गणतंत्र दिवस समारोह में 100 से अधिक उद्यमियों को अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया

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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप, भारत को नौकरी सृजनकर्ताओं का देश बनाने के लिए, भारत सरकार के माननीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने 100 से अधिक उद्यमियों के साथ बातचीत की, जिन्हें राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड), भारतीय उद्यमिता संस्थान (आईआईई) और स्किल इंडिया की प्रमुख योजना- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) जैसे विभिन्न कौशल विकास संस्थानों के तहत प्रशिक्षित किया गया है। श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “यह पहली बार है कि स्किल इकोसिस्टम के उद्यमियों को गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि होने का सम्मान दिया गया है, जो माननीय प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व का प्रमाण है।” नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनसीवीईटी) के अध्यक्ष श्री निर्मलजीत सिंह कलसी, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी और डायरेक्टरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) के महानिदेशक श्रीमती त्रिशालजीत सेठी ने भी अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई।

कार्यक्रम के दौरान, उद्यमियों ने यह जानकारी साझा की कि कैसे स्किल इंडिया मिशन के तहत कौशल प्रशिक्षण उनकी क्षमताओं, समस्या का समाधान करने की क्षमताओं को बढ़ाने और अपने उत्पादों के मार्केटिंग के लिए यूनिक डिफरेन्शीएटर स्थापित करने में सहायक रहा है। उन सभी ने उन्हें ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग और बहुमूल्य उद्योग अनुभव प्रदान करने, उन्हें अपने जीवन को बदलने और अपनी आकांक्षाओं को वास्तविकताओं में बदलने के लिए सशक्त बनाने हेतु माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त किया। भारत सरकार के माननीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “आज, मुझे हमारे स्किल इकोसिस्टम के लाभार्थियों के साथ व्यावहारिक बातचीत में शामिल होने का सौभाग्य मिला। उद्यमिता से आत्मनिर्भरता तक की उनकी यात्रा को देखना वास्तव में प्रेरणादायक है। ये छोटे और सूक्ष्म उद्यमी देश की विकास यात्रा में एक नया योगदान देने के लिए तैयार हैं। मोदी सरकार के तहत, गरीबों और वंचितों को समर्पित सरकार, #मोदीगारंटी भोजन और आवास जैसी आवश्यक चीजों से लेकर व्यापक कौशल विकास और सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा तक फैली हुई है। समाज के वंचित और कमजोर वर्गों को सशक्त बनाना इस प्रशासन की आधारशिला है, आम नागरिक मोदी जी की अटूट प्राथमिकता है।”

कुछ उद्यमियों को अपने अनुभव साझा करने, चुनौतियों के बारे में बात करने और स्किल इंडिया मिशन के तहत उचित कौशल प्रशिक्षण के साथ अपने प्रयोगों को अवसरों में बदलने में सक्षम होने के बारे में विस्तार से बताने के लिए भी मंच पर आमंत्रित किया गया था। अपर गोम, दक्षिण सिक्किम की दूरदर्शी महिला उद्यमी शीतल तमांग जैसी चैंपियन अपने उद्यम- सिक्किम हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट्स के माध्यम से देश के विकास पथ को नया आकार दे रही हैं। अपने नेतृत्व में 20 कर्मचारियों के साथ, लोगों का जीवन बदलने वाली तमांग की प्रतिबद्धता उसकी उद्यमशीलता की भावना का सच्चा प्रमाण है।