सिलीगुड़ी में एक खरीदार-विक्रेता बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक राज्य सरकार के पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के तहत पश्चिम बंगाल राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों के उचित विपणन के उद्देश्य से किया गया है। सिलीगुड़ी के मल्लागुड़ी इलाके में स्थित एक होटल में आयोजित इस बैठक में राज्य के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रदीप मजूमदार विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस बैठक में उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों से लगभग 26 स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अपने हस्तशिल्प उत्पादों के साथ उपस्थित थीं और लगभग 36 औद्योगिक उद्यमी भी उपस्थित थे। मंच पर सिलीगुड़ी महाकुमा परिषद के अध्यक्ष अरुण घोष, सिलीगुड़ी नगरनिगम के डिप्टी मेयर रंजन सरकार, भारतीय उद्योग परिसंघ के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल और अन्य भी बैठे थे। इस दिन दोनों संगठनों ने दार्जिलिंग और उत्तर दिनाजपुर जिलों के कुछ स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ एक साल का समझौता किया। इनमें एक कंपनी ने दार्जिलिंग के एक ग्रुप को एडवांस में 10 लाख रुपये दिये। मंत्री ने वह चेक उन्हें सौंप दिया। साथ ही अन्य उद्यमी महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाई गई सामग्रियों को देखा और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।