जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में बच्चों के भर्ती होने का सिलसिला जारी है। फ़िलहाल वहां 140 बच्चे भर्ती हैं। बच्चों की भीड़ के कारण एक ही बिस्तर पर तीन -तीन बच्चों को रखा जा रहा है । यह जानकारी एक मरीज़ बच्चे की मां ने दी जिन्हें आज अस्पताल से छुट्टी मिल गई है । आज भी अस्पताल के बाहर और घर के अंदर बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है .
वहीं निजी बाल रोग विशेषज्ञों के क्लीनिक में भी भीड़ बढ़ती जा रही है। वहां से कई बीमार बच्चों को जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है. जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या आज बढ़कर 140 हो गई. कल यह संख्या 91 थी। अस्पताल के अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में संक्रमित बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बेड की संख्या 40 कर दी गई है. कहा जा रहा था कि निर्माणाधीन पीकू वार्ड में 30 बेड का नया पीडियाट्रिक वार्ड, पीडियाट्रिक 3 के नाम से शुरू किया जाएगा। शेष 10 बेड को वार्ड 1 और 2 में मिलाकर बढ़ाया जाएगा। लेकिन आज भी 30 बिस्तरों वाला शिशु वार्ड 3 शुरू नहीं किया गया । वार्ड को डिसइंफेक्ट करने का काम चल रहा है. हालांकि, अगर बच्चों के वार्ड में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की पहल थोड़ी पहले की जाती तो इन छोटे- छोटे बिस्तरों पर छोटे बच्चों को एक ही बिस्तर में तीन की संख्या में नहीं रखना पड़ता। इस संबंध में अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
जलपाईगुड़ी पेशेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष और तृणमूल के पूर्व सांसद विजय चंद्र बर्मन ने कहा कि अस्पताल के अधिकारी हालांकि कुछ नहीं कहना चाहते लेकिन उन्होंने समस्या को स्वीकार किया और कहा कि अचानक बुखार की लहर शुरू हो जाने से अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। आज 140 बच्चों का इलाज चल रहा है। बिस्तर लगाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।