मिजोरम में इनोवेशन और कौशल उत्कृष्टता के लिए इंटरनेशनल सेंटर के विकास हेतु एनएसडीसी, एलईएसडीई और मेधावी स्किल्स एक साथ आए

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राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने आज मिजोरम सरकार के लेब एंप्लॉयमेंट स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप (LESDE) विभाग और सिक्किम स्थित मेधावी कौशल विश्वविद्यालय (एमएसयू) के साथ मिजोरम में इनोवेशन और कौशल उत्कृष्टता के लिए हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म सेक्टर और उनके संबद्ध क्षेत्रों में युवाओं को कुशल बनाने, स्थानीय और विदेशी रोजगार के अवसरों का पीछा करने हेतु एक इंटरनेशनल सेंटर विकसित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। सेंटर उन छात्रों को लाभान्वित करने के लिए एक उद्योग से जुड़ा स्किल ट्रेनिंग इकोसिस्टम बनाने का इरादा रखता है जो हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म सेक्टर में अपना करियर बनाने की इच्छा रखते हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य उभरती प्रतिभाओं का विस्तार करना, अकादमिक ज्ञान को बढ़ावा देना और क्षेत्र में युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए नौकरी की तैयारी में सुधार करना है।

 एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी: एमएसयू के प्रो चांसलर कुलदीप शर्मा और एलईएसडीई के सेक्रेटरी श्री लालरामसांगा सेलो के बीच एमओयू का आदान-प्रदान हुआ। ऐसे सेंटर्स के प्रदर्शन को बढ़ाने और उनके छात्रों के लिए बेहतर नौकरी के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से, नॉलेज शेयरिंग करने, कोर्स डेवलपमेंट, ट्रेनर स्किल सेट को बढ़ावा देने, बेंचमार्क स्टैंडर्ड ट्रेनिंग प्रदान करने के साथ-साथ वहां के युवाओं को अपस्किल करने के लिए स्टेट-ऑफ-द इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने पर केंद्रित है। सहयोग पर बोलते हुए, एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी ने कहा, हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म सेक्टर ने हाल के वर्षों में कुशल पेशेवरों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव किया है, जिससे आज के कारोबारी माहौल की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय युवाओं को उद्योग-विशिष्ट कौशल के साथ सशक्त बनाना आवश्यक हो गया है। इस मांग को ध्यान में रखते हुए, इनोवेशन और कौशल उत्कृष्टता के लिए इंटरनेशनल सेंटर भारत की जनसांख्यिकीय की वास्तविक क्षमता को अनलॉक करने के लिए एक सक्षमकर्ता के रूप में कार्य करेगा।

एनएसडीसी, एलईएसडीई और एमएसयू के बीच सहयोग इच्छुक छात्रों के स्किल सेट को बढ़ाने में एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा। पूर्वोत्तर के युवाओं ने अपार क्षमता दिखाई है और इस तरह की साझेदारियों के माध्यम से हम उनकी क्षमताओं को और बढ़ाना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनका भविष्य सफलता से चमक रहा हो।