कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी और एसियोजॉब के साथ एक ट्राइरपार्टाइट एमओयू साइन किया है। इसके द्वारा भारत में टॉप-टियर स्किल्ड प्रोफेशनल बनाने के लिए अपनी तरह का पहला माइक्रोक्रेडिट साइबर सिक्योरिटी और डेटा एनालिटिक्स प्रोग्राम शुरु किया जा रहा है। यह देश के कोने-कोने से युवा पीढ़ी को आईआईटी गुवाहाटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से आसानी से टॉप-टियर एजुकेशन प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा। इससे बड़े पैमाने पर समाज पर परिवर्तनकारी और स्थानीय प्रभाव को तेज करने में योगदान मिलेगा। एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी, और एसियोजॉब के सीईओ यशवर्धन बुराड, के बीच एमओयू एक्सचेन्ज किया गया।
यह निजी और सार्वजनिक संगठनों के बीच साझेदारी का एक अनूठा उदाहरण है। यह छात्रों को साइबर सिक्योरिटी में टूल्स एंड टेक्नोलॉजी के उपयोग पर प्रैक्टिकल नॉलेज प्रदान करेगा और उन्हें फ्यूचर ऑफ़ वर्क के लिए तैयार करेगा। साथ ही यह साइबर खतरों को प्रभावी ढंग से पहचानने, रोकने और कम करने में भी मदद करेगा और विभिन्न सेक्टर्स में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की बढ़ती मांग को पूरा करेगा। इसके अतिरिक्त, यह छात्रों को एनईपी 2020 के अनुरूप डिग्री कार्यक्रमों में क्रेडिट को निर्बाध रूप से ट्रान्सफर करने की अनुमति देगा और उन्हें उद्योग में एक संपन्न कैरियर बनाने के लिए सशक्त करेगा।
इस अवसर पर बोलते हुए, एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी, श्री वेद मणि तिवारी ने कहा, “एनएसडीसी ने युवाओं को रोजगार योग्य और भविष्य के लिए तैयार करने वाली उभरती टेक्नोलॉजी में सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के लाभों का नेतृत्व करने के लिए कई पहल की हैं। एसियोजॉब के साथ साझेदारी इस प्रयास में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अग्रणी पहल डिजिटल असेट्स की सुरक्षा और संवेदनशील जानकारी की सुरक्षा के लिए युवाओं के कौशल का लाभ उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और सभी के लिए एक सुरक्षित और लचीले डिजिटल फ्यूचर की नींव रखेगी”। इस साझेदारी के तहत, छात्रों को इन्डस्ट्री-फर्स्ट करिकुलम तक पहुंच मिलेगी जिसे आज के जॉब मार्केट की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है। सभी कोर्स आईआईटी गुवाहाटी के सम्मानित फैकल्टी के नेतृत्व में ऑनलाइन ट्रेनिंग सेशन के माध्यम से संचालित किए जाएंगे। इस साझेदारी की उनके लर्निंग एक्सपीरिएन्स को समृद्ध करने, नेटवर्किंग के अवसरों को विकसित करने और सार्थक रोजगार के अवसरों को व्यापक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह इनोवेटिव प्रोग्राम टेक्निकल लोगों की जरूरतों को पूरा करेगा, उन्हें डिजिटल युग में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक व्यापक नॉलेज और प्रैक्टिकल स्किल्स प्रदान करेगा।