बैंकॉक में नॉर्थ-ईस्ट इंडिया फेस्टिवल

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भारत और थाईलैंड के डिप्लोमेटिक रिलेशन के ७५ साल पूरे होने पर, दोनों देश बैंकॉक में आयोजित होने वाले आगामी नॉर्थ-ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के माध्यम से डिप्लोमेटिक रिलेशन को और बढ़ावा देने पर विचार करेंगे। विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह मुख्य अतिथि के रूप में थाईलैंड के उप प्रधान मंत्री और वाणिज्य मंत्री, श्री जुरिन लक्सानाविसिट के साथ समारोह में शामिल होंगे। आठ पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे।

यह फेस्टिवल भारत की एक्ट ईस्ट पालिसी को मजबूत करने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके तहत थाईलैंड जैसे दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के सहयोग और निवेश के माध्यम से पूर्वोत्तर राज्यों के विकास को संभव बनाया जा सकता है। इस फेस्टिवल का पहला संस्करण २०१९ में आयोजित किया गया था और इसने कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में उत्तर-पूर्व के लिए व्यापार के अवसर खोला था। इस साल, दूसरा संस्करण इन राज्यों के उत्पादों को प्रदर्शित करके पूर्वोत्तर क्षेत्र की क्षमता का प्रदर्शन करेगा, जो इस क्षेत्र में एमएसएमई द्वारा निर्मित है। इस फेस्टिवल का फोकस व्यापार, निवेश और पर्यटन को बढ़ावा देने और संस्कृति, शिक्षा और लोगों से लोगों के बीच संपर्क के क्षेत्र में आदान-प्रदान पर होगा।

३१ जुलाई को अकैडमिक सेमीनार प्रस्तावित है। यह सेमीनार उत्तर-पूर्वी भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच ऐतिहासिक संबंध का पता लगाएगी, जिसमें दोनों क्षेत्रों के छात्र, इतिहासकार और विद्वान बातचीत करेंगे। एमईए ने उल्लेख किया है कि इंडियन कॉउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन द्वारा प्रायोजित मंडली विभिन्न विभिन्न नृत्यका प्रदर्शन करेगी। एमईए की प्रेस विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया गया है कि एमओएस रंजन सिंह थाईलैंड के विदेश मामलों के उप मंत्री से मुलाकात करेंगे और इन दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करने के लिए चर्चा करेंगे।