आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के मौके पर श्रद्धांजलि देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। इंडिया गेट से अमर ज्योति को दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने और वहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़ा किया। बनर्जी ने कहा कि अमर ज्योति को बुझा कर और उस जगह पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाकर उन्हें वास्तविक सम्मान नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि नेशनल कैडेट कॉर्प (एनसीसी) की तर्ज पर पश्चिम बंगाल के स्कूलों में भी जय हिंद वाहिनी का गठन किया जाएगा।
बनर्जी ने मेयो रोड स्थित नेताजी की मूर्ति पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि वार मेमोरियल को लेकर राजनीति हो रही है, लेकिन शहीदों में कोई भेदभाव नहीं होता है। इतिहास को मिटाया जा रहा है। अमर ज्योति को बुझाकर नेताजी की मूर्ति स्थापित कर सम्मान नहीं दिया जा सकता है। अब मूर्ति बनाया जा रहा है, लेकिन बंगाल में पहले ही मूर्ति है। लोग स्वतंत्र रूप से बोलने से भयभीत होते हैं। इतिहास मिटाया जा रहा है।
इस अवसर पर बंगाल के संस्कृति विभाग की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आज दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर एक साइरन बजाया गया। बंगाल में घरों में शंख बजाए गए। इस अवसर पर ममता बनर्जी ने खुद शंख बजाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर नेताजी परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे। भारत सेवाश्रम सहित विभिन्न वर्ग के लोगों ने इस अवसर पर नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। दरअसल, पश्चिम बंगाल सरकार ने 23 जनवरी, 2022 तक साल भर कार्यक्रमों के आयोजन लिए एक समिति भी गठित की है। इस दौरान नेताजी की 125वीं जयंती के मौके पर यहां एक विशाल ‘पदयात्रा’ का आयोजन भी किया जाएगा।