नेस्ले इंडिया ने प्रोजेक्ट हिलदारी के पांच साल पूरे होने का जश्न मनाया

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प्रोजेक्ट हिलदारी नेस्ले इंडिया की पहल है और इसे प्लान फाउंडेशन और स्त्री मुक्ति संगठना के साथ साझेदारी में शुरू किया गया है। रेसिटी इंडिया प्रा. लि. इसका टेक्निकल पार्टनर है। पिछले पाँच वर्षों में प्रोजेक्ट हिलदारी ने भारत के चुनिंदा पर्यटन शहरों में कचरे के प्रबंधन हेतु समावेशी एवं ठोस मॉडल विकसित करने में सफलता हासिल की है। यह प्रोजेक्ट अभी पोंडा, मसूरी, महाबलेश्वर, मुन्नार, डलहौजी, दार्जिलिंग और पालमपुर में चल रहा है। इस मौके पर अपनी बात रखते हुए, नेस्ले इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक श्री सुरेश नारायणन ने कहा, ‘‘पाँच साल पहले हमने प्रोजेक्ट हिलदारी के साथ एक महत्वपूर्ण यात्रा शुरू की थी। हमने संयुक्त कार्यवाही के माध्यम से और कचरे के प्रबंधन हेतु स्थायी मॉडलों को अपनाकर सकारात्मक बदलाव किया। कई हितधारकों के सहयोग से हम 7 पर्यटन गंतव्यों में इस प्रोजेक्ट का सफल क्रियान्वयन कर रहे हैं और यह प्रोजेक्ट लगातार ताकतवर होता गया है। हमारे सपने को हकीकत में बदलने के लिये मैं हमारे सभी पार्टनर्स को बधाई देता हूँ।’’

प्रोजेक्ट हिलदारी के पाँच साल पूरे होने की उपलब्धि पर स्त्री मुक्ति संगठना की प्रेसिडेंट सुश्री ज्योति म्हाप्सेकर ने कहा, ‘‘हमारी टीम के लिये प्रोजेक्ट हिलदारी के पिछले पाँच साल बेहद संतोषजनक रहे। हमने कुछ सार्थक काम किये, जैसे कि कचरे पर काम करने वाले समुदायों को पेशेवर बनाना। जिस तरीके से हमने साझीदारों को जागरूक किया है, उस पर हमें गर्व है। हम मिलकर काम करते रहेंगे और इन शहरों में इकोसिस्टम पर सकारात्मक असर डालेंगे।’’इस उपलब्धि पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए, रेसिटी नेटवर्क इंडिया की सह-संस्थापक, सीओओ और सीएफओ मेहा लाहिड़ी ने कहा, ‘‘रेसिटी नेटवर्क इंडिया प्लास्टिक्स की चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिये काम कर रहा है। हिलदारी इस दिशा में चल रहे प्रोजेक्ट्स के शानदार उदाहरणों में से एक है। प्रोजेक्ट हिलदारी के साथ हमने जो प्रगति की है, उससे हम बेहद खुश हैं। हम इस नेक कार्य को आगे बढ़ाने के लिये लगातार प्रयास करते रहेंगे।’’ 

प्रोजेक्ट हिलदारी ने भारत में अपनी मौजूदा जगहों पर स्रोत पृथक्करण से 28000 एमटी से ज्यादा कचरे को कूड़ाक्षेत्र से हटाया है। कचरा इकट्ठा करने की 20000 से अधिक आवासीय एवं वाणिज्यिक जगहों में स्रोत की 80% छंटनी हुई है।  हिलदारी का मानना है कि सकारात्मक बदलाव लाने के लिये समाज का हर सदस्य योगदान दे सकता है। यह भागीदारियाँ नागरिकों के बीच एकजुटता की भावना और मिलकर काम करने का उत्साह जगाती हैं। यह पहल कचरे पर काम करने वालों को प्रगतिशील तरीके से कचरे के स्रोत पृथक्करण में पेशेवर बनाने के लिये काम कर रही है। यह कई गठजोड़ों के द्वारा काम करने की सोच से हो रहा है, जिसमें नगरपालिका समितियाँ, नागरिक, ठेकेदार, कचरे पर काम करने वाले और प्रभाव पैदा करने वाले लोग शामिल हैं। प्रोजेक्ट हिलदारी के माध्यम से कचरे पर काम करने वाले 560 से ज्यादा लोगों को व्यवहार में बदलाव की मध्यस्थताओं का हिस्सा बनने का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रोजेक्ट ने उन्हें इस पेशे का पहचान-पत्र और स्वास्थ्य बीमा, काम के लिये आवश्यक सुरक्षा के साधन आदि जैसे कुछ फायदे भी दिये हैं।