एमएसडीई ने भारत के प्रशिक्षुता प्रशिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए सीएससी के साथ साझेदारी की है

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कौशल विकास और उद्यमशीलता, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री, श्री राजीव चंद्रशेखर ने आज ग्रामीण क्षेत्रों में अप्रेन्टिसशिप केप्रशिक्षण ढांचे को बढ़ाने के लिए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) और कॉमन सर्विस सेन्टर (सीएससी)- स्पेशल पर्पज़ व्हीकल (एसपीवी) के बीच ज्वाइन्ट डिक्लेरेशन के एक्सचेंज पर समारोह की अध्यक्षता की। साझेदारी के एक हिस्से के रूप में, सीएससी सालाना 40,000 अप्रेन्टिसों को प्रशिक्षित करेगा, जिससे औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के छात्रों और जन शिक्षण संस्थानों (जेएसएस) के लाभार्थियों सहित स्थानीय सीएससी के आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को अवसर मिलेगा। ये प्रशिक्षण डिजिटल साक्षरता में सुधार लाएंगे, ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देंगे और इच्छुक अप्रेन्टिसों में समावेशी सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे।


साझेदारी का दोहरा उद्देश्य है:
a)अप्रेन्टिस एक्ट, 1961 के तहत नवीनतम सुधारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सीएससी की क्षेत्रव्यापी पहुंच, स्थानीय विशेषज्ञता और सामुदायिक जुड़ाव का लाभ उठाना और साथ ही राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) में युवाओं की भागीदारी में सुधार करना;
b)आगे के विकास को बढ़ावा देने के लिए, ग्रामीण विकास को गति देने के लिए जनसांख्यिकीय लाभांश की क्षमता का उपयोग करने, महिला अप्रेन्टिसों की भागीदारी को बढ़ावा देने, स्थानीय जेएसएस और आईटीआई को सशक्त बनाने के साथ-साथ ‘वोकलाइज़ेशन ऑफ़ एजुकेशन’ के कॉन्सेप्ट के साथ युवाओं के लिए स्थानीय अवसर पैदा करने के लिए सहयोगपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं।एक अन्य मुख्य पहलू सीएससी को जिला और राज्य स्तर पर प्रतिष्ठानों के भीतर 2.5% से 15% के बीच अप्रेन्टिसशिप भागीदारी को बढ़ाने में अभिन्न भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि जमीनी स्तर पर अंतिम छोर तक कौशल और मानकीकृत अप्रेन्टिसशिप प्रशिक्षण की नींव रखी जा सके।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (अप्रेन्टिसशिप प्रशिक्षण) की ज्वाइन्ट सेक्रेटरी श्रीमती सोनल मिश्रा और सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री संजय कुमार राकेश के बीच ज्वाइन्ट डिक्लेरेशन का आदान-प्रदान किया गया।


इस अवसर पर बोलते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री, श्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, “शिक्षा, ज्ञान के साथ सशक्त बनाती है, लेकिन कौशल से आपको इस डिजिटल और लगातार विकसित हो रहे पोस्ट-कोविड वर्ल्ड में बड़ी संख्या में अवसरों को हासिल करने की ताकतमिलती है।”अप्रेंटिसशिप एक शानदार कॉन्सेप्ट है, जो एक साथ कमाने और सीखने दोनों का मौका देती है। इस पहल के साथ, हम भारत के गैर-शहरी युवाओं तक अप्रेन्टिसशिप की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए समर्पित हैं। यह एमओयू हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न से पूरी तरह मेल खाता है, जो भारत के युवाओं को बड़े पैमाने पर सशक्त बनाने की कल्पना करते हैं। जैसा कि उन्होंने सही कहा है कि यह हमारे युवाओं के लिए अवसरों का एक तकनीकी रूप है और फ्यूचर ऑफ़ वर्क का मार्ग प्रशस्त करने में अप्रेन्टिसशिप एक शक्तिशाली टूल होगा।एमएसडीई और सीएससी-एसपीवी के बीच यह साझेदारी इस सशक्तीकरण मिशन के प्रति हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक है। साथ मिलकर, हम अपने देश के भविष्य को आकार देने के लिए तैयार कुशल और आत्मविश्वासी व्यक्तियों की एक पीढ़ी को बढ़ावा देकर, शिक्षा और रोजगार की योग्यता के बीच के अंतर को पाटने का प्रयास करते हैं।”