एमएसडीई और एनएसडीसी ने ‘मेगा ट्रेंड्स शेपिंग फ्यूचर ऑफ वर्क’ विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार में श्री अतुल कुमार तिवारी, सचिव, एनएसडीसी, श्री कृष्ण कुमार द्विवेदी, संयुक्त सचिव, एमएसडीई; और एल इज़ा मोहम्मदौ, प्रमुख, ओईसीडी सेंटर फॉर स्किल्स।
यह वेबिनार उन रुझानों की पहचान करने पर केंद्रित था जो काम के भविष्य को आकार दे रहे हैं और मूलभूत कौशल और आजीवन सीखने की क्षमता को आत्मसात करने के लिए उठाए जाने वाले कदम और नीतिगत उपाय लेने के लिये कार्यगत है। इसे तीन सत्रों में बांटा गया था: जनसांख्यिकीय और सामाजिक रुझान, पर्यावरण रुझान और तकनीकी रुझान। वक्ताओं ने कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने, एक बहुपीढ़ी के कार्यबल के लाभों का दोहन करने और चांदी की अर्थव्यवस्था की क्षमता पर जोर दिया। विशेषज्ञों ने मैन-मशीन इंटरफेस, स्किल शिफ्ट्स, मौजूदा कार्यबल की तत्परता का आकलन, दृढ़ अनुकूलनशीलता, काम के तकनीक-सक्षम रूपों और गिग इकॉनमी और क्राउड-वर्किंग प्लेटफॉर्म पर भी विचार-विमर्श किया।
G20 शिखर सम्मेलन का उद्देश्य, फिर से कल्पना करने और प्रतिभा को फिर से परिभाषित करने के लिए काम के उभरते भविष्य को प्रासंगिक बनाने के लिए वैश्विक हितधारकों को एक साथ लाना है। इस अवसर पर बोलते हुए एमएसडीई के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा, “इस वेबिनार और कार्यक्रमों की आगामी श्रृंखला के माध्यम से, हमारा उद्देश्य जी20 देशों द्वारा उनकी शिक्षा और कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए लागू सर्वोत्तम प्रथाओं और नीतिगत हस्तक्षेपों को सीखना और विचार-विमर्श करना है।” .