लापता होने के चार दिन बाद एक वृद्ध का शव मालदा मेडिकल कॉलेज के शवगृह से बरामद किया गया। मृतक के बेटे हारू मंडल समेत परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि उस वृद्ध को उसके ससुराल वालों ने मारकर रेलवे लाइन के किनारे फेंक दिया| शनिवार की सुबह परिजन मालदा मेडिकल कॉलेज के मुर्दाघर गए और उसके शव की शिनाख्त की। घटना ओल्ड मालदा थाना क्षेत्र के साहापुर ग्राम पंचायत के चरकादरपुर इलाके की है. पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक की पहचान 50 वर्षीय देबू मंडल के रूप में हुई है। वे चरकादरपुर इलाके के रहनेवाले थे देबू मंडल 4 अगस्त से लापता थे. उस रात वे अपने एक रिश्तेदार के साथ अपने बेटे के ससुराल जाने के लिए घर से निकला था। उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला ।
6 अगस्त को परिजनों ने ओल्ड मालदा थाने में देबू मंडल के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई| बाद में परिजनों को पता चला कि शनिवार को पुलिस ने एक व्यक्ति का शव बरामद कर मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के मुर्दाघर में रखा है. मृतक के पुत्र हारू मंडल ने बताया कि उसके ससुर का घर इंग्लिशबाजार शहर के रवीन्द्र भवन क्षेत्र में है. पिछले कुछ समय से उनका ससुर से विवाद चल रहा था। इससे पहले ससुराल पक्ष ने भी उसकी पिटाई की थी। 4 अगस्त को उसके ससुर रात में उसके पिता को अपने घर ले गए। उसके पिता तब से लापता हैं।
पिता का शव शनिवार सुबह मेडिकल कॉलेज में बरामद किया गया। हमें बताया गया है कि ट्रेन से कट कर उसके पिता की मृत्यु हो गई। लेकिन पिता के शरीर में ऐसा कोई निशान नहीं मिला। उन्होंने अपने ससुराल वालों पर पिता को मारकर रेलवे लाइन पर फेंकने का आरोप लगाया। पूरे मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है। साहापुर ग्राम पंचायत के चरकदरपुर क्षेत्र के पंचायत सदस्य सुभाष मंडल ने कहा कि इलाके के रहने वाले देबू मंडल बहुत अच्छे इंसान थे| हमें लगता है कि उनकी मौत रहस्यमय है। इस संबंध में पुलिस की जांच होनी चाहिए। ओल्ड मालदा थाने की पुलिस ने कहा कि पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।