चेन्नई में काम के सिलसिले में गए बंगाल के प्रवासी मजदूर लापता, परिवार में चिंता का माहौल

चेन्नई में काम करने गए पश्चिम बर्धमान जिले के कांकसा क्षेत्र के एक प्रवासी मजदूर रहस्यमय तरीके से लापता हो गए। लापता व्यक्ति का नाम देबाशीष बागदी (35) है। उनका पैतृक घर बांकुरा जिले के बारजोड़ा थाना क्षेत्र के सारामा गांव में है, हालांकि वे पिछले 13 वर्षों से कांकसा के शिवपुर इलाके में ससुराल में रह रहे थे। परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए देबाशीष इस साल अगस्त महीने में कुछ स्थानीय युवकों के साथ चेन्नई के आईपोटंगल इलाके में मजदूरी करने गए थे। वे एक ठेकेदार के मकान में अन्य मजदूरों के साथ रह रहे थे। लेकिन पहली ही रात के बाद वह अचानक गायब हो गए। तब से अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है।

उनके साथ काम पर गए एक अन्य मजदूर ने बाद में गांव लौटकर घटना की जानकारी परिवार और स्थानीय लोगों को दी। घटना की খবর फैलते ही कांकसा के शिवपुर और सारामा दोनों जगहों पर सनसनी फैल गई। देबाशीष के रिश्तेदार बादल बागदी ने बताया, “वह कई साल से हमारे घर में ही रह रहा था। इलाके के कुछ लोग उसे जबरन बाहर काम के लिए ले गए। उसका आधार और वोटर कार्ड सब हमारे घर पर ही है। बिना किसी पहचान पत्र के ही उसे काम पर ले जाया गया था। अब उसका कोई पता नहीं, हम बेहद चिंतित।”

वहीं तापस लोहा, जो उनके साथ काम पर गए थे, ने कहा, “हम लोग 9 अगस्त को चेन्नई पहुंचे थे। रात में देबाशीष हमारे पास वाले कमरे में था। सुबह उठकर देखा, वह गायब। हमने ठेकेदार को बताया, उसने कहा पुलिस को सूचना दे दी है।” घटना को लेकर परिवार और स्थानीय प्रशासन दोनों ही चिंतित हैं। अब तक देबाशीष बागदी का कोई पता नहीं चल सका है।

By Sonakshi Sarkar