सिलीगुड़ी नगर निगम की एमआईसी सदस्य श्रावणी दत्ता को पद से हटाया गया, मेयर गौतम देव ने पत्रकार सम्मेलन में दी जानकारी

सिलीगुड़ी नगर निगम में एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव सामने आया है। 14 नंबर वार्ड की पार्षद श्रावणी दत्ता को मेयर-इन-काउंसिल (एमआईसी) पद से हटा दिया गया है। इस निर्णय की जानकारी आज नगर निगम के मेयर गौतम देव ने एक पत्रकार सम्मेलन के माध्यम से दी।मेयर गौतम देव ने बताया कि यह निर्णय निगम प्रशासन के आंतरिक कारणों के चलते लिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई निगम के कार्यप्रणाली को सुव्यवस्थित रखने के उद्देश्य से की गई है।गौतम देव ने कहा,  “नगर निगम के विकास कार्यों को बाधित नहीं होने देना हमारा मुख्य उद्देश्य है।

एमआईसी एक ज़िम्मेदार पद होता है, और उसमें पारदर्शिता, जवाबदेही और समर्पण आवश्यक है।” हालांकि, मेयर ने यह नहीं बताया कि श्रावणी दत्ता पर कौन-कौन से विशेष आरोप लगाए गए हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार, कुछ निर्णयों और कार्यशैली को लेकर असंतोष था। श्रावणी दत्ता सिलीगुड़ी नगर निगम के 14 नंबर वार्ड से पार्षद हैं। वे तृणमूल कांग्रेस से जुड़ी हुई हैं और नगर निगम में एक सक्रिय महिला नेता के रूप में जानी जाती हैं। उन्हें एमआईसी में शामिल किया गया था ताकि वे महिला एवं बाल विकास से जुड़े कार्यों को देख सकें।

इस घटनाक्रम के बाद सिलीगुड़ी के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कुछ का मानना है कि यह आंतरिक गुटबाजी का परिणाम है, जबकि अन्य इसे प्रशासनिक निर्णय बता रहे हैं। विपक्षी दलों ने भी इस मामले पर निगरानी रखना शुरू कर दिया है।नगर निगम की ओर से अब नए एमआईसी सदस्य की घोषणा जल्द की जाएगी। मेयर ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में निगम में और भी कुछ बदलाव हो सकते हैं।

By Sonakshi Sarkar