एएससीआई की अर्द्धवार्षिक शिकायत रिपोर्ट (2025–26): 97% विज्ञापन उल्लंघन डिजिटल मीडिया पर दर्ज

एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) की अर्द्धवार्षिक शिकायत रिपोर्ट (2025–26)के अनुसार,विज्ञापन उल्लंघनों में डिजिटल मीडिया का हिस्सा सबसे अधिक रहा,जो कुल मामलों के97% के बराबर है। अप्रैल से सितंबर2025 के बीच एएससीआई ने6,841 शिकायतों की समीक्षाकी और6,117 विज्ञापनों की जांचकी। इनमें से98% विज्ञापनों में संशोधन या हटाने की आवश्यकतापाई गई। गत वर्ष की समान अवधि की तुलना मेंशिकायतों में 70% की वृद्धिऔरजांच किए गए विज्ञापनों में 102% की बढ़ोतरीदर्ज की गई। यह वृद्धि एएससीआई की मजबूत निगरानी व्यवस्था,उपभोक्ताओं की बढ़ती सतर्कता और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सहित अन्य नियामक संस्थाओं के साथ सहयोग को दर्शाती है।

ऑफशोर/अवैध सट्टेबाज़ी (4,575 विज्ञापन और 3 सरोगेट विज्ञापन), पर्सनल केयर (367), हेल्थकेयर (332), खाद्य एवं पेय पदार्थ (211) और शिक्षा (71) वे शीर्ष पाँच क्षेत्र रहे, जहाँ सर्वाधिक उल्लंघन दर्ज किए गए।इन पाँच क्षेत्रों का संयुक्त योगदान कुल मामलों के लगभग 90% के बराबर रहा। एएससीआई की उन्नत मॉनिटरिंग प्रणाली, साथ ही डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स और नियामक एजेंसियों के साथ सहयोग नेउल्लंघनों की शुरुआती पहचान और रिपोर्टिंग को और अधिक प्रभावीबना दिया है। इस अवधि में उपभोक्ता शिकायतों की संख्या भी बढ़कर 2024 के 306 से 2025 में 405 हो गई। यह दर्शाता है किजिम्मेदार विज्ञापन को लेकर जागरूकता बढ़ रही हैऔरस्व-नियमन प्रक्रिया में उपभोक्ता विश्वास और मजबूत हुआ है।

एएससीआई की मुख्य कार्यकारी अधिकारी और महासचिवमनीषा कपूरने कहा, “प्रतिबंध के बावजूद सट्टेबाज़ी के विज्ञापनों का बड़े पैमाने पर प्रसार, और शीर्ष इन्फ्लुएंसर्स द्वारा मानकों का पालन न किया जाना, हाल के दिनों में सामने आई महत्वपूर्ण चुनौतियाँ हैं। डिजिटल माध्यमों मेंउपभोक्ता विश्वास स्वभावतः संवेदनशील होता है, और इस तरह की प्रवृत्तियाँ पूरे उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं।

By Business Bureau