58 वर्षीय हैरी से लेकर 18 साल के केन्‍नी तक, मास्‍टरशेफ इंडिया 2 सभी पीढ़ियों के जुनूनी शेफ्स के लिये एक हब बनकर उभरा

पाककला की दुनिया में उम्र कभी भी बाधा नहीं रही है और सोनी लिव पर मास्‍टरशेफ इंडिया यह साबित कर रहा है कि रसोईघर में अपनी चमक बिखेरने में कभी भी देरी नहीं होती है। इस सीजन में बैंगलुरू के दो प्रतिभागियों- हरीश क्‍लोजपेट और केनेथ जी के सफर को दिखाया जायेगा, जो न सिर्फ पुरानी रूढ़ियों को तोड़ेंगे, बल्कि मास्‍टरशेफ इंडिया के किचन में पीढ़ियों के अंतर को भी दूर करेंगे। हरीश क्‍लोजपेट, जिन्‍हें लोग प्‍यार से हैरी कहते हैं, एक 58 वर्षीय एन्‍टरप्रेन्‍योर हैं, जिनके पाक कौशल की कोई सीमा नहीं है। हैरी पहले एक सिविल इंजीनियर थे और कुकिंग के लिये उनके पैशन की शुरूआत उस समय हुई, जब  सिंगापुर में वह होमसिकनेस से छुटकारा पाने के लिये भारतीय फ्लेवर्स के साथ एक्‍सपेरिमेंट कर रहे थे। उनके एक्‍सपेरिमेंट्स को इंस्‍टाग्राम पर लगभग 500 हजार फॉलोअर्स द्वारा पसंद किया गया। इस तरह उन्‍हें कुकिंग के प्रति अपने पैशन का पता चला और बात जब अपने सपनों को पूरा करने की हो, तो उम्र महज एक संख्‍या ही होती है। इसके अलावा, केनेथ जी की कहानी भी ऐसी ही है, जो एक 18 साल की प्रॉडिजी हैं। लॉ स्‍टूडेंट होने के बावजूद केन्‍नी का दिल हमेशा ही कुकिंग के लिये धड़कता था।

महज 6 साल की उम्र में ही बेसिक व्‍यंजनों में महारत हासिल करने से लेकर स्‍कूल में कुकिंग कॉम्‍पीटिशन्‍स जीतने तक, बेहद कम उम्र से ही उनमें पाककला का हुनर भरा हुआ था। किचन में हैरी और केन्‍नी की उपस्थिति यह याद दिलाती है कि पैशन, क्रिएटिविटी और स्किल्‍स यूनीवर्सल लैंग्‍वेज हैं और फिर उम्र कोई मायने नहीं रखती। मास्‍टरशेफ इंडिया की एक जज शेफ पूजा धिंगरा इसी भावना का प्रतिनिधित्‍व करती हैं। अपने खुद के सफर के बारे में बताते हुये उन्‍होंने कहा, “मैंने बहुत छोटी उम्र में ही एक पेस्‍ट्री शेफ के रूप में शुरूआत की थी और मेरे लिये उम्र कभी भी कोई बाधा नहीं रही। मैं मास्‍टरशेफ इंडिया में केन्‍नी के सफर से वाकई में जुड़ाव महसूस करती हूं। मैं वकालत की पढ़ाई कर रही थी, जब मैंने लॉ छोड़कर स्विट्जरलैंड में सेसर रिट्ज़ स्‍कूल में हॉस्पिटैलिटी एंड मैनेजमेंट का कोर्स करने का फैसला किया और उसके बाद जो हुआ वह इतिहास है। सच कहूं, तो जब 2010 में मैंने अपना पहला स्‍टोर खोला, तो उस समय मैं बस लगभग 20 साल की थी। मेरा वाकई में मानना है कि जैसे कुकिंग की कोई सीमा नहीं होती है, वैसे ही पैशन के लिये भी कोई उम्र का दायरा नहीं होता है। जो चीज सबसे ज्‍यादा मायने रखती है, वह है आपका समर्पण और अपनी कला के लिये प्रति आपका प्‍यार।”

शेफ विकास खन्‍ना, शेफ रणवीर ब्रार और शेफ पूजा धिंगरा के सामने इस शो के 12 प्रतिभागी मास्‍टरशेफ इंडिया का प्रतिष्ठित खिताब जीतने के लिये अपनी पूरी कोशिश करते नजर आयेंगे। इस बार यह शो डिजिटल राह पर है और इसे खासतौर पर सोनी लिव पर 16 अक्‍टूबर 2023 से रात 8 बजे स्‍ट्रीम किया जायेगा। तो फिर एक ‍मनोरम यात्रा पर जाने के लिये तैयार हो जाईये, जो अपनी पूरी भव्‍यता के साथ भारत की विविध पाककला प्रतिभाओं का जश्‍न मनाता है।

By Business Bureau

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