बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के बाद ममता सरकार ने सीमाई क्षेत्रों को किया सतर्क

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पश्चिम बंगाल सरकार ने अपने जिला प्रशासन, खासकर सीमावर्ती बांग्लादेश से लगे जिलों के प्रशासन से सोशल मीडिया के दुरुपयोग और पड़ोसी देश में दुर्गा पूजा के दौरान हालिया हमलों से संबंधित फर्जी खबरों के प्रसार के खिलाफ सतर्क रहने और उनसे कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाने को कहा है| एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी| उन्होंने बताया कि मूर्ति विसर्जन समारोहों और फातिहा-द्वाज-दहम के बीच बंगाल में कहीं भी अशांति फैलाने के किसी भी प्रयास से निपटने के लिए सभी राज्य एजेंसियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है|

उन्होंने कहा, सरकार ने जिला प्रशासन, खासकर बांग्लादेश से लगे सीमावर्ती जिलों के प्रशासन से, पड़ोसी देश में हिंसा और तोड़फोड़ से जुड़ी फर्जी खबरों के प्रसार के खिलाफ सावधानी बरतने को कहा है| राज्य की सभी एजेंसियों से सतर्क रहने और तनाव उत्पन्न करने की हर साजिश नाकाम करने को कहा गया है|’’

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया शाखा) की तरफ से भी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इसी तरह की चेतावनी जारी की गई है| उन्होंने अपने संदेश में कहा, 13 अक्टूबर 2021 से सोशल मीडिया मंचों पर बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़-फोड़ की पोस्ट की बाढ़ आ गई है| इन मुद्दों के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा से लगे जिले बेहद संवेदनशील हो गए हैं और भारत के हिंदू पुरातनपंथी संगठनों के नेता सक्रिय हो गए हैं|’’

अलर्ट विशेष रूप से बांग्लादेश की सीमा वाले सभी जिलों के लिए है और इसने अधिकारियों से किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए अधिकारियों को संवेदनशील बनाने के लिए भी कहा है| यह अतिरिक्त महानिदेशक (खुफिया शाखा) द्वारा जारी किए गए डीजी, एडीजी और सभी एसपी और आयुक्तों को भेजा गया एक विस्तृत अलर्ट है| अलर्ट में कहा गया है, “यहां यह उल्लेख करना उचित है कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन पहले ही शुरू हो चुका है जो 18.10.21 तक जारी रहेगा और मुस्लिम त्योहार फतेहा-द्वाज-दहम (नबी दिवस) 18.10.21 और 19.10.21 को आयोजित होने वाला है|”

अलर्ट में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा प्रधान मंत्री को लिखे गए पत्र का उल्लेख किया गया है, जहां उन्होंने माननीय गृह मंत्री के साथ माननीय प्रधान मंत्री से इस दौरान सनातनी बंगालियों का समर्थन करने के लिए बांग्लादेश सरकार के साथ राजनयिक रूप से निपटने का आग्रह किया| न केवल अधिकारी बल्कि, इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने भी पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की. जिसमें बांग्लादेश के नोआखली में इस्कॉन भक्तों पर भीड़ द्वारा किए गए क्रूर हमले और एक भक्त की हत्या की निंदा की गई|