राज्य के स्वास्थ्य विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं और विभिन्न बुनियादी ढांचे का निरीक्षण किया| राज्य स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा शिक्षा निदेशक देवाशीष भट्टाचार्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक सौमित्र मोहन ने बुधवार दोपहर को मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल का दौरा किया। उनके साथ मालदा के डीएम एवं रोगी कल्याण संघ के अध्यक्ष राजर्षि मित्रा , अतिरिक्त जिला अधीक्षक वैभव चौधरी , मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. पार्थप्रतिम मुखर्जी, वॉइस प्रिंसिपल पुरंजय साहा सहित अन्य प्रशासनिक व स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे|
बाद में राज्य स्वास्थ्य विभाग के इन अधिकारियों ने मालदा मेडिकल कॉलेज के सभागार में जिला स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन और मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक के दौरान राज्य के स्वास्थ्य विभाग के दोनों अधिकारियों ने डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कोरोना संक्रमण में काम करने के तरीके की तारीफ की. राज्य के स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा शिक्षा निदेशक देवाशीष भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं| पिछले 10 वर्षों में, राज्य के विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे को बदल दिया गया है और व्यापक रूप से विकसित किया गया है। राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण के मामले में विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों को सभी सेवाएं प्रदान करने की व्यवस्था की है। सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर के आने की संभावना के मद्देनजर जिले में हर तरह की चिकित्सा व्यवस्था की है|
राज्य के विभिन्न जिलों में मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों ने अब तक 30,000 बेड वाला कोरोना विभाग और 4,600 बेड वाले पीकू विभाग स्थापित किए हैं। स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा शिक्षा निदेशक देवाशीष भट्टाचार्य ने कहा, “मैंने मालदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में विभिन्न चिकित्सा सेवाओं और बुनियादी ढांचे का दौरा किया है।” मैं इससे संतुष्ट हूं।इस मेडिकल कॉलेज में सभी तरह की चिकित्सा व्यवस्था की गई है। साथ ही जिस तरह से डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमण में दिन रात काम कर रहे हैं वह वाकई काबिले तारीफ है|
यहां ट्रॉमा केयर यूनिट और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू किया गया है। मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। इस चिकित्सा प्रणाली में मरीजों को हर तरह की सेवाएं भी मिल रही हैं। ‘मैं मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाओं को देखकर प्रेरित हुआ हू ।आज जिला प्रशासन, मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने विभिन्न मुद्दों पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया गया। बैठक में भविष्य में चिकित्सा प्रणाली में और विकास की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई।”