मैगी की पर्यावरण के प्रति जागरूक पहल: ‘देश के लिए 2 मिनट’ प्लास्टिक कचरे को लक्षित करती है

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मैगी हमेशा से प्‍लास्टिक कचरे के निपटान को लेकर व्‍यवहार में सकारात्‍मक बदलाव लाने के लिये प्रतिबद्ध रही है। कंपनी ने बीते वर्षों में लगातार इस मामले में कोशिशें की हैं। मैगी ने हाल ही में गेहूं के आटे से बने एडिबल फोर्क का एक अभिनव समाधान भी पेश किया था। इन फोर्क से मैगी कप्‍पा नूडल्‍स का मजा बढ़ जाता है और ‘देश के लिये 2 मिनट’ पहल के तहत सिंगल-यूज प्‍लास्टिक का इस्‍तेमाल भी कम होता है। इस विश्‍व पर्यावरण दिवस पर इसी पहल के अंतर्गत मैगी एक नई नेस्‍ले एक्‍जीक्‍यूटिव की कहानी साझा कर रही है, जिसमें बताया गया है कि वह पर्यावरण के लिए कैसे हर रोज़ 2 मिनट देती है। 

इस पहल का लक्ष्‍य केवल उपभोक्‍ताओं को मैगी के खाली पैकेट के निपटान का सही तरीका बताना ही नहीं है, बल्कि यह छोटी-छोटी कोशिशों पर रोशनी डालने के लिये भी है। ऐसी कोशिशें, जिन्‍हें हर व्‍यक्ति रोजाना अपनाकर एक बड़ा बदलाव ला सकता है। यह फैसला करने में 2 मिनट ही लगते हैं कि हम पर्यावरण के प्रति जिम्‍मेदार कैसे बन सकते हैं। इस पहल के माध्‍यम से मैगी मिलकर काम करने की ताकत के द्वारा प्‍लास्टिक के कचरे को स्रोत से ही अलग करने के महत्‍व पर जागरूकता लाना चाहती है।

इस डिजिटल फिल्‍म के बारे में नेस्‍ले इंडिया के फूड्स बिजनेस के निदेशक श्री रजत जैन ने कहा, ‘‘हम उन छोटी-छोटी कोशिशों पर जागरूकता लाने के लिये लगातार काम कर रहे हैं, जिन्‍हें वैल्‍यू चेन में अपनाकर एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। यह अपील उसी दिशा में एक और कदम है। मैगी® देश में हर किसी को प्रेरित करने की उम्‍मीद करती है, ताकि लोग छोटे-छोटे कदम उठाकर पर्यावरण को अपने 2 मिनट दें। बड़े पैमाने पर इसका असर मायने रखने वाला होगा। मैगी समाज को पर्यावरण के अधिक अनुकूल बनाने के लिये इन कोशिशों में आपका साथ देती रहेगी।’’ ‘‘2 मिनट सफाई के नाम’’ और ‘‘येलो + ब्‍लू = ग्रीन’’ कैम्‍पेन जैसी पहलों के माध्‍यम से मैगी पर्यावरण को लेकर जागरूकता का समर्थन करती रहेगी। यह पहलें प्‍लास्टिक के कचरे को बेहतर तरीके से अलग करने और निपटान के महत्‍व तथा तरीकों पर जोर देती हैं और शिक्षित करती हैं।