उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर महकमा अस्पताल में पहली बार जटिल सर्जरी शुरू हुआ है। उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर तथा मालदा जिले के कुल 27 कुष्ठ रोगियों को यहाँ इलाज कर उन्हें सामान्य जीवन में वापस लाया जाने की पहल की जा रही है । जटिल सर्जरी का आयोजन कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के पांच विशेषज्ञ डॉक्टरों और इस्लामपुर उप-मंडल अस्पताल के डॉक्टरों के संयुक्त उद्यम द्वारा किया जा रहा है। यह कैंप तीन दिनों तक चलेगा। बताते चले कुष्ठ रोग का अर्थ है विकलांगता। कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति वह सामान्य काम नहीं कर सकता जो आम लोग कर सकते हैं। कुष्ठरोगियों को समाज से अलग-थलग कर दिया जाता है। राज्य के अन्य जिलों में कुष्ठ रोगियों को सर्जरी के माध्यम से सामान्य जीवन में वापस लाया जा रहा है, लेकिन उत्तर दिनाजपुर जिले में ऐसा कोई शिविर अब तक नहीं लगा। इस बार इस्लामपुर महकमा अस्पताल में यह कैंप लग रहा है । शिविर में उत्तर बंगाल के तीन जिलों- उत्तर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा से 27 कुष्ठ रोगियों को लाया गया है। कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जन प्रबीर यश के अनुसार, इस्लामपुर महकम अस्पताल में सर्जरी के लिए लाए गए सभी कुष्ठ रोगियों की जांच उनके मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दो महीने तक की। उस परीक्षण के बाद, उन्हें सर्जरी के लिए चुना गया।