केपीपी का रेल रोको आंदोलन हुआ ख़त्म, आंदोलन के कारण ट्रेनों की आवाजाही हुई प्रभावित,28 फरवरी तक का दिया अल्टीमेटम  

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केपीपी यूनाइटेड और छात्र संगठन आकासुर ने अलग राज्य और कामतापुर भाषा को मान्यता देने  की मांग सहित जीवन सिंह के साथ हुए शांति समझौते को लागू करने  की मांग को लेकर सुबह 7 बजे से 12 घंटे तक रेल रोको आंदोलन किया।रेल रोको आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मयनागुड़ी बेतगाड़ा स्टेशन से सटे इलाके में रेलवे लाइन पर धरना दिया. कई घंटों तक चली नाकाबंदी के बाद रेलवे अधिकारी के आश्वासन के  केपीपी यूनाइटेड और छात्र संगठन आकासुर ने आपने आन्दोलन ख़त्म किया. केपीपी यूनाइटेड और छात्र संगठन अक्सुर के सदस्यों ने अलग राज्य और कामतापुर भाषा को मान्यता देने और जीवन सिंह के साथ शांति समझौते की मांग को लेकर रेलवे लाइन पर प्रदर्शन किया और नारे लगाये. नाकाबंदी के कारण वंदे भारत सहित लंबी दूरी की कई ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रही।अलीपुरद्वार रेल मंडल अधिकारी विनोद भदोरिया के आश्वासन पर प्रदर्शनकारियों ने सुबह 10 बजे नाकाबंदी हटा ली। आंदोलनकारी नेता कौशिक बर्मन ने कहा कि अगर उनकी मांगें को लेकर 28 फरवरी तक उनके संगठन के सदस्यों के साथ केंद्र और राज्य के नेता मुलाकात नहीं करते है, तो वे लोग जोरदार तरीके से आंदोलन करेंगे।