कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड (“केएमबीएल”/”कोटक”) ने आज आरबीआई के सीबीडीसी पायलट प्रोजेक्ट के एक हिस्से के रूप में अपने डिजिटल रुपया (ई₹) ऐप्लिकेशन पर एक यूपीआई इंटरऑपरेबिलिटी सुविधा शुरू करने की घोषणा की है। इसके साथ, ई₹ ऐप के यूजर्स अब किराने के सामान और दैनिक खर्चों के भुगतान के लिए व्यापारियों के किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं। यह सुविधा ग्राहकों को व्यापारियों के पास उपलब्ध मौजूदा यूपीआई क्यूआर कोड पर भुगतान करने में समर्थ बनाएगी। अभी यह सुविधा एंड्रॉएड यूजर्स के लिए लाइव है।
‘ई₹’ (e₹) ऐप यूजर्स को बैंक खाते के विवरण का खुलासा किए बिना लेनदेन करने की सुविधा देता है। इससे पैसे को हस्तांतरित करने, बैंक स्टेटमेंट को व्यवस्थित करने में आसानी होती है, जिससे सुरक्षित और नियंत्रित इंटरफेस सुनिश्चित होता है और ग्राहकों को बाधारहित अनुभव प्राप्त होता है।कोटक महिंद्रा बैंक के ग्रुप प्रेसिडेंट और हेड कंज्यूमर बैंक, विराट दीवानजी ने कहा, “हमें सीबीडीसी-यूपीआई इंटरऑपरेबिलिटी फीचर पेश करने पर खुशी हो रही है, जो हमें डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को मजबूत करने की दिशा में एक कदम और करीब ले जाएगा। ई₹ ऐप्लिकेशन के साथ, हमारा उद्देश्य डिजिटल रुपया (ई₹) को व्यापक रूप से अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। ऐप्लिकेशन के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सुविधा सुरक्षा और त्वरित लेनदेन में सहायक होगी, जिससे ग्राहकों और व्यापारियों को डिजिटल क्रांति का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा।”
अभी तक, 13 बैंक आरबीआई की आरंभिक पहल का हिस्सा बन चुके हैं और 26 शहरों के यूजर्स को केवल आमंत्रण के आधार पर प्रवेश दिया गया है। एक बार इंटरऑपरेबिलिटी सुविधा स्थिर हो जाने पर, आरबीआई निकट भविष्य में सभी के लिए डिजिटल रुपया (ई₹) की सुविधा खोल सकता है। आरबीआई के नियमों के अनुसार, डिजिटल रुपया भारत में वैध टेंडर है, और यूपीआई के साथ इसकी इंटरऑपरेबिलिटी डिजिटल मुद्रा के प्रयोग को और बढ़ावा देगी।