औपनिवेशिक काल से ही देश के समुद्री परिवहन और कारोबार के लिए मुख्य जरिया रहा श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह (पूर्व में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट) अब पूरी तरह से डिजिटल हो गया है। केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जल मार्ग तथा आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल की उपस्थिति में “माय पोर्ट ऐप” नाम का एक मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया गया है जिसमें बंदरगाह संबंधी सारे विवरण डिजिटल रूप से शामिल होंगे। मंत्री ने कहा कि इससे विभिन्न पोर्ट सेवाओं का लाभ उठाने के लिए हितधारकों को वन स्टॉप सॉल्यूशन मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस मोबाइल ऐप का उद्देश्य सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ाना है।
इसके अलावा ग्रीन रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में देश को मजबूत बनाने के लक्ष्य के साथ हल्दिया बंदरगाह पर स्थापित 14 लाख यूनिट के सौर संयंत्र का उद्घाटन भी केंद्रीय मंत्री ने किया है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना में कुल 6.6 करोड़ रुपये की लागत आई है जिससे बिजली की बचत कर प्रतिवर्ष बंदरगाह 70 लाख रुपये की बचत करने में सफल होगा।
जीआरएसई से करार- इसके अलावा रक्षा क्षेत्र की प्रमुख युद्ध पोत निर्माता कंपनी गार्डनरीच शिपबिल्डर्स इंजीनियरिंग लिमिटेड (जीआरएसई) के साथ भी पोर्ट ट्रस्ट ने मंत्री की मौजूदगी में करार किया है। इसमें इस बात पर सहमति बनी है कि पोर्ट ट्रस्ट के लिए इस्तेमाल होने वाले रक्षा और वाणिज्यिक क्षेत्र के जहाजों की मरम्मत और रखरखाव का कार्य जीआरएसई करेगा। इससे दोनों कंपनियों के राजस्व में बढ़ोतरी होगी। साथ ही नए सिरे से रोजगार का सृजन भी होगा। इस समझौते के मौके पर केंद्रीय मंत्री के अलावा मंत्रालय के सचिव संजय बनर्जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष विनीत कुमार और जीआरएसई के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक (सेवानिवृत्त) रीयर एडमिरल वीके सक्सेना उपस्थित थे।