Joe Biden की जीत से और मजबूत होंगे दोनों देशों के रिश्ते

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भारतीय उद्योग जगत ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन (Joe Biden) की जीत का स्वागत करते हुए कहा कि ‘एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया ने बदलाव के लिए वोट किया’ है. इसके साथ ही उद्योग जगत ने उम्मीद जताई कि बाइडन के नेतृत्व में भारत-अमेरिका के बीच संबंध (Indo-US Relation) एवं सहयोग और मजबूत हो सकेगा.
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन और निर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) को बधाई देते हुए कहा, ‘‘हम राष्ट्रपति बाइडन और उनके प्रशासन के साथ एक बार फिर सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं.’’

Mahindra ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि लीडरशिप का मतलब है पॉलिसी और पर्सनैलिटी, और लीडर्स क्या कहते इससे भी परखे जाएंगे न कि वो क्या करते हैं. लीडर्स को आखिर में सभी का प्रतिनिधित्व करना चाहिए, न कि सिर्फ उनका जिन्होंने उन्हें वोट दिया और लीडर्स में शालीनता और मूल्य कभी नहीं खत्म होना चाहिए’

इंडस्ट्री बॉडी Assocham के सेक्रेटरी जनरल दीपक सूद का कहना है कि बाइडेन-हैरिस की लीडरशिप में भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक रिश्ते और मजबूत होंगे. एडवांस साइंटिफिक रिसर्च और डेवलपमेंट, रणनीति क्षेत्रों में बिजनेस टू बिजनेस में रिश्ते और मजबूत होंगे’ दीपक सूद ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और जो बाइडेन कोरोनावायरस महामारी से लड़ने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन को बनाने और बांटने के लिए एक बहुत बड़े पैमाने पर ग्लोबल सहयोग की जरूरत होगी, भारत और अमेरिका इस सहयोग को नेतृत्व करेंगे.’

CII के डायरेक्टर जनरल चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि ‘CII प्रेसिडेंट बाइडेन और उनके प्रशासन के साथ एक बार फिर सहयोग की उम्मीद करता है. कोरोना महासंकट से पहले दोनों देशों के बीच 2019 में गुड्स एंड सर्विसेज को लेकर कारोबार 150 बिलियन डॉलर की ऊंचाई तक पहुंच गया था, CII को उम्मीद है आने वाले वक्त में ये और आगे बढ़ेगा.’

अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (USIBC) ने कहा है कि बाइडेन ने बराक ओबामा प्रशासन में अमेरिका-भारत के रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाने में शानदार भूमिका निभाई थी. हम बाइडेन-कमला हैरिस के नेतृत्व में काम करने को लेकर उत्साहित हैं. हम उम्मीद करते हैं कि उनके नेतृत्व में अमेरिका-भारत आर्थिक भागीदारी अपनी पूरी क्षमता हासिल कर पाएगी और इससे दोनों देशों के लोगों के लिए मौके पैदा होंगे.