खेलगांव और अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनने के बाद झारखंड की राजधानी रांची को अंतरराष्ट्रीय इवेंट की मेजबानी अक्सर मिलती रहती है। यहां कई आयोजन भी हो चुके हैं, लेकिन एथलेटिक्स का सबसे बड़ा आयोजन सरकार के उदासीन रवैये के कारण दूसरे राज्य में शिफ्ट करना पड़ा। 2017 में एशियन एथलेटिक्स की मेजबानी झारखंड को मिली थी। लेकिन झारखंड सरकार ने इस आयोजन को लेकर पहल ही नहीं की। 30 जून तक सरकार की ओर से सहमति नहीं मिलती है तो एशियन एथलेटिक्स की तरह वर्ल्ड रेस वॉकिंग चैंपियनशिप का आयोजन भी कहीं और हो सकता है।
इस बार अप्रैल 2022 में होनेवाले एथलेटिक्स के एक और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के आयोजन का मौका के झारखंड को मिला है, लेकिन इस बार भी वही कहानी दोहरायी जा रही है। 2022 में वर्ल्ड रेस चैंपियनशिप का आयोजन रांची में हो सकता है लेकिन झारखंड सरकार इस आयोजन को लेकर भी कोई जवाब नहीं दे रही है। 30 जून तक मौका है अगर सरकार की ओर से सहमति नहीं मिलती है तो इसका आयोजन भी कहीं और हो सकता है।
झारखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ मधुकांत पाठक ने कहा कि देश में पहली बार वर्ल्ड रेस वॉक चैंपियनशिप का आयोजन होनेवाला है और इसके लिए एएफआइ ने झारखंड को चुना गया है। लेकिन जब तक सरकार की हरी झंडी नहीं मिलेगी तब तक इस बात को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. हमारी तरफ से पूरा प्रयास किया गया है, अभी सरकार की ओर से आयोजन को लेकर सहमति नहीं मिली है।