भारत की समृद्ध कपड़ा विरासत की प्रतीक और हाथ से बनी कालीनों के निर्माण में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी जयपुर रग्स ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम “रग उत्सव” की शुरुआत की घोषणा की है। यह वार्षिक उत्सव एक ऐसा उत्सव है जो व्यापर से आगे जाकर ग्रामीण भारतीय कारीगरों की कला और दुनिया भर के ग्राहकों की पसंद को एक साथ लाता है। जयपुर रग्स एक शानदार वित्तीय वर्ष में ₹975 करोड़ के ग्रुप टर्नओवर के साथ और पुणे और लंदन में नए स्टोरों के सफल लॉन्च के बाद, रग उत्सव एक बार फिर दिलों को लुभाने के लिए तैयार है। भारत, मिलान, दुबई, रूस और चीन जैसी जगहों पर 17 स्टोरों के साथ, ब्रांड अब भारत में विशेष रूप से एक महीने का उत्सव आयोजित करने के लिए तैयार है, जो इसके भारतीय लोकेशंस और इसकी वेबसाइट पर एक यादगार अनुभव प्रदान करता है।
रग उत्सव, भारत की समृद्ध हस्तनिर्मित कालीन और गलीचों की परंपरा का एक माह लंबा उत्सव है। पिछले वर्ष के आयोजन ने शानदार सफलता प्राप्त की, जिसमें जयपुर रग्स” के भारत भर के स्टोर्स और ऑनलाइन चैनलों से ₹15 करोड़ की बिक्री हुई। इस वर्ष, देशभर में जयपुर रग्स सशक्त उपस्थिति के साथ, एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित कर रहे हैं, जिसमें ₹50 करोड़ का राजस्व प्राप्त करने का अनुमान है। रग उत्सव जयपुर रग्स” के कारीगरों के उत्कृष्ट हस्तशिल्प को सम्मानित करता है और उनकी कृतियों को वैश्विक दर्शकों से जोड़ता है, जिससे जयपुर रग्स की परंपरा और आधुनिक डिजाइन के बीच सेतु निर्माण की दृष्टि को और सुदृढ़ किया जा सके।
रग उत्सव में, मेहमानों को 5,000 से ज्यादा बेहतरीन रगों के एक जबरदस्त सिलेक्शन को देखने का मौका मिलेगा, जिनमें से हर एक परंपरा, संस्कृति और शिल्प कौशल की एक अनूठी कहानी कहता है। पहली बार, जयपुर रग्स अपने प्रसिद्ध “मनचाहा” कलेक्शन पर एक्सक्लूसिव डील दे रहा है, जो अपने इनोवेशन और आर्ट के लिए प्रसिद्ध है। यह उत्सव खरीदारी का अवसर मात्र नहीं है; यह ग्रामीण भारत के हृदय में एक सांस्कृतिक यात्रा है।
उत्सव कलाकरों का: लूम से लेकर लिविंग रूम तक
रग उत्सव जयपुर रग्स की ओर से उन कारीगरों को आभार है जो हर धागे और गाँठ में जान फूंकते हैं। मेहमानों को इन कारीगरों से सीधे बातचीत करने का अवसर मिलेगा, जिससे पीढ़ियों से चली आ रही उन पुरानी परंपराओं के बारे में जानकारी मिलेगी। जो लोग इसमें डूबना चाहते हैं, उनके लिए खुद मास्टर कारीगरों के मार्गदर्शन में बुनाई में अपना हाथ आजमाने का मौका होगा।इतना ही नहीं- रग उत्सव मौज-मस्ती और जुड़ाव का भी त्योहार है। भाग्यशाली मेहमान कई मजेदार खेलों में भाग ले सकते हैं और जयपुर रग्स के खास उपहार जीतने का मौका पा सकते हैं।
कई शानदार और आइकोनिक कलेक्शन: कॉन्टूर, जेनेसिस, हैसिंडा, इमारा, वंडरकेमर, कासबा और मिथोसजयपुर रग्स के प्रसिद्ध कलेक्शन के पीछे छिपी कलात्मकता को जानें। बोल्ड और कंटेम्पररी “कंटूर” और “जेनेसिस” से लेकर “हैसिंडा”, “इमारा” और “जयपुर वंडरकमर” की भव्यता तक, इस उत्सव में डिज़ाइनों की रेंज दिखाई जाती है जो ब्रांड की प्रतिष्ठा को दुनिया भर को परिभाषित करती है। हर कलेक्शन, जिसमें टाइमलेस “कस्बा” और “मिथोस” का पौराणिक आकर्षण शामिल है, पूरे कार्यक्रम के दौरान स्पेशल ऑफरिंग के साथ उपलब्ध है।
जयपुर रग्स के डायरेक्टर योगेश चौधरी कहते हैं, “रग उत्सव केवल एक त्यौहार नहीं है, बल्कि मानवीय भावना और रचनात्मकता का उत्सव है। यह हमारे लिए दुनिया को भारत की आत्मा के करीब लाने का एक तरीका है, जहां हर रग एक कैनवास है, और हर धागा एक कहानी है। यह आयोजन उन हाथों को आभार है जो हर गाँठ में जादू बुनाते हैं और उन दिलों को जो हमारी समृद्ध विरासत की विरासत को आगे बढ़ाते हैं।”उन्होंने आगे कहा, “जयपुर रग्स में, हम आपको इस यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं – करघे से आपके लिविंग रूम तक की यह यात्रा, जहाँ परंपरा इनोवेशन से मिलती है, और संस्कृति अपनी सच्ची अभिव्यक्ति को पाती है।इस शानदार उत्सव का हिस्सा बनने के लिए दिल्ली, मुंबई, पुणे, जयपुर, बैंगलोर, चेन्नई, अहमदाबाद, सूरत या ऑनलाइन जयपुर रग्स स्टोर्स पर हमसे जुड़ें। रग उत्सव सिर्फ़ एक त्यौहार नहीं है; यह एक ऐसा मंच है जहाँ रचनात्मकता संस्कृति के साथ मिलती है, परंपरा नवाचार के साथ मिलती है, और कारीगर वैश्विक दर्शकों से जुड़ते हैं।जयपुर रग्स के रग उत्सव में कहानियों, संस्कृति और शानदार शिल्प कौशल से बुनी दुनिया का अनुभव करने का अवसर न चूकें।