श्रीमद भागवत कथा का कथाव्यास श्री सुधाकरजी महाराज अपना प्रवचन देगे
सिलीगुड़ी:- जे. बी. सेवा ट्रस्ट, कलवार समाज, कलवार महिला समाज के द्वारा श्रीमद भागवत कथा का आयोजन सिलीगुड़ी के बर्दवान रोड स्थित कलवार पैलेस मे आगामी 3 जुलाई सोमबार को शुरू होगा जो 9 जुलाई रविवार तक चलेगा। यह प्रोग्राम दोपहर के समय : सायं 2:30 बजे से सायं 6:30 बजे तक सातो दिन चलेगा।इस श्रीमद भागवत कथा का कथाव्यास जो अंतराष्ट्रीय संत श्रीमद् भागवत भास्कर श्री सुधाकरजी महाराज जी रंगमहल धाम, हरिद्वार से पधार रहे है। जो अपना प्रवचन सातों दिन अपने भक्तों को देंगे।जे. बी. सेवा ट्रस्ट, कलवार समाज, कलवार महिला समाज के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था जिसमें जेवी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता जी ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस भगवत कथा में
मुख्य जजमान स्वाती – बृजकिशोर प्रसाद जी रहेगे। उन्होंने बताया कि इस भागवत कथा को लेकर आगामी 3 जुलाई (सोमवार), को एक कलश यात्रा का आयोजन किया जा रहा है,जो बालाजी मंदिर (घाटा), अग्रसेन भवन के सामने से, सुबह 8.30 बजे शुरू होगा और शहर के विभिन्न जगहो की परिक्रमा करते हुए कलवार पैलेस के सामने समाप्त होगा। उन्होंने बताया कि इस कलश यात्रा के पश्चात गुरू जी अपना प्रवचन 3 जुलाई (सोमवार)को भागवत कथा प्रारम्भ करेगे और हजारों की तादाद में भक्त उनके प्रवचन का आनंद लेंगे।4 जुलाई (मंगलवार) को अमरकथा व नारद व्यास संवाद होगा,वहीं 5 जुलाई को (बुधवार) सांख्य दर्शन प्रहलाद चरित्र, 6 जुलाई को (बृहस्पतिवार) वामन अवतार व श्रीराम जन्म श्रीकृष्ण जन्मोत्सव,7 जुलाई को (शुक्रवार) श्री बाल कृष्ण लीला गोवर्धन लीला,8 जुलाई (शविवार) रासलीला, गोपी गीत, रुकमणि विवाह, और अंतिम दिन 9 जुलाई को (रविवार) सुदामा चरित्र भागवत् कथा व विश्राम पूर्णाहुती एवं भण्डारा किया जाएगा। इस भगवत कथा में आगामी 5 दिन भजन संध्या का आयोजन रात्रि 8:00 बजे से लेकर 9:00 बजे तक किया जाएगा ।इस इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कलवार समाज कामेश्वर प्रसाद: जे बी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष बिजय कुमार गुप्ता,कलवार समाज के अध्यक्ष गोपाल कुमार गुप्ता,कलवार समाज के संयुक्त सचिव राजेश जायसवाल,कलवार समाज का ट्रेसर कामेश्वर प्रसाद,कलवार समाज के द्वितीय संयुक्त सचिव अशोक कुमार गुप्ता,कलवार महिला समाज की अध्यक्ष प्रतिमा गुप्ता,और कलवार महिला समाज के सचिव भारती कुमारी उपस्थित थी।