भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने इंडिगो एयरलाइन के खिलाफ हाल ही में हुई बड़ी संख्या में उड़ानों को रद्द करने के मामले में जांच शुरू करने का निर्णय लिया है। एयरलाइन पर आरोप है कि उसने अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग किया और उड़ानों को रद्द करने के साथ-साथ किरायों में भारी बढ़ोतरी की, जिससे लाखों यात्री प्रभावित हुए। इस महीने की शुरुआत में इंडिगो ने लगभग 5,000 उड़ानें रद्द की थीं, जिसे कंपनी के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा परिचालन संकट माना जा रहा है।
प्रारंभिक मूल्यांकन के बाद प्रतिस्पर्धा आयोग अब इस बात की जांच करेगा कि क्या एयरलाइन ने प्रतिस्पर्धा कानूनों का उल्लंघन किया है। वर्तमान में इंडिगो की घरेलू बाजार में 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है और आयोग यह देख रहा है कि कहीं कंपनी के बड़े आकार के कारण एकाधिकार जैसी स्थिति तो पैदा नहीं हो रही है। हालांकि इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा है कि अब स्थिति सुधर रही है और उड़ानों का परिचालन सामान्य हो रहा है, लेकिन नियामक आयोग इस मामले में दोषी पाए जाने पर भारी जुर्माना या अन्य सख्त कदम उठा सकता है।
