‘इंडिया स्किल्स प्रतियोगिता 2024’ शुरू हो गई है और 19 मई, 2024 तक जारी रहेगी

64

कौशल के सबसे ऊँचे मानकों को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन की गई, देश की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता, ‘इंडिया स्किल्स प्रतियोगिता 2024’ आज शुरू हुई और यह 19 मई 2024 तक चलेगी। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) द्वारा यशोभूमि, द्वारका में आयोजित उद्घाटन समारोह में 30 से अधिक राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 900 से अधिक उम्मीदवारों और 400 से अधिक इन्डस्ट्री एक्सपर्ट की भागीदारी देखी गई। प्रतियोगिता के दौरान, प्रतिभागी पारंपरिक शिल्प से लेकर अत्याधुनिक तकनीकों तक 61 कौशलों में एक राष्ट्रीय प्लेटफार्म पर अपने विविध कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। यद्यपि 47 कौशल प्रतियोगिताएं ऑनसाइट आयोजित की जाएंगी, 14 प्रतियोगिताएँ उपलब्ध सर्वोत्तम इन्फ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और गुजरात में ऑफसाइट आयोजित की जाएंगी। प्रतिभागी ड्रोन-फिल्मिंग मेकिंग, टेक्सटाइल-वीविंग, लेदर-शूमेकिंग और प्रोस्थेटिक्स-मेकअप जैसे 9 एक्जिबिशन के कौशलों में भी भाग लेंगे। एमएसडीई के तत्वावधान में कार्यरत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) इस आयोजन को क्रियान्वित कर रहा है।

इस उद्घाटन समारोह में एमएसडीई के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी, एमएसडीई के सीनियर इकोनोमिक एडवाइज़र श्री नीलांबुज शरण, एमएसडीई की डीजी ट्रेनिंग श्रीमती त्रिशालजीत सेठी, एमएसडीई की ज्वाइन्ट सेक्रेटरी श्रीमती सोनल मिश्रा, एमएसडीई की ज्वाइन्ट सेक्रेटरी श्रीमती हेना उस्मान, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के ऑफिशिएटिंग सीईओ श्री वेद मणि तिवारी उपस्थित रहे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी राज्यों ने अपनी टीमों और सांस्कृतिक प्रवासियों का भी प्रदर्शन किया। इसके बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ जहां दर्शकों ने देश भर के विभिन्न नृत्यों के रूपों को भी देखा। उद्घाटन समारोह में बोलते हुए, एमएसडीई के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा कि इंडियास्किल्स 2024 सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं है; यह कौशल, नवाचार और दृढ़ संकल्प का उत्सव है। यह हमारे युवाओं की असीमित क्षमता और हमारे देश के भविष्य को आकार देने की उनकी क्षमता का प्रमाण है। यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां सपने साकार होते हैं और आकांक्षाएं पूरी होती हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उम्मीदवारों की क्षमताओं पर पूरा भरोसा है और उन्हें उम्मीद है कि वे वर्ल्डस्किल्स 2024 में बहुत बढ़िया प्रदर्शन करेंगे।

अगले तीन दिनों तक, प्रतिभागी कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डिंग टेक्नोलॉजी और क्रिएटिव आर्ट्स और फैशन से लेकर इन्फार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग एंड इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी, और ट्रान्सपोर्टेशन एज लॉजिस्टिक्स तक विभिन्न कौशलों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। कार्यक्रम का समापन 19 मई को एक भव्य समापन समारोह के साथ होगा। इस अवसर पर बोलते हुए, एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी ने कहा कि इंडियास्किल्स सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं है; यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जो आकांक्षाओं को पूरा कर रहा है और क्रिएटीविटी को बढ़ावा दे रहा है। अपने कार्यान्वयन के माध्यम से, एनएसडीसी न केवल हमें अग्रणी बना रहा है बल्कि एक अधिक समावेशी समाज की ओर हमें रास्ता दिखा रहा है। वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिताओं के साथ-साथ, इंडियास्किल्स उम्मीदवारों, इन्डस्ट्री लीडर्स, एजुकेशन पार्टनर्स, सरकारों और भागीदार देशों के बीच संवाद के अवसर पैदा करके समानता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इंडियास्किल्स के विजेता, सर्वश्रेष्ठ इन्डस्ट्री ट्रेनर्स की मदद से, सितंबर 2024 में फ्रांस के ल्योन में होने वाली वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता के लिए तैयारी करेंगे जिसमें 70 से अधिक देशों के 1,500 प्रतियोगियों एक साथ होंगे। इस वर्ष, शुरुआती रुझानों से यह अनुमान लगाया गया है कि भारत वर्ल्डस्किल्स में ऑटोमोबाइल, हॉस्पिटैलिटी, मेक्ट्रोनिक्स और वॉटर टेक्नोलॉजी में पदक जीतेगा। इस वर्ष प्रतिभागियों को राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क के अंतर्गत क्रेडिट अर्जित करने का अवसर मिलेगा। वर्ल्डस्किल्स और इंडियास्किल्स दोनों प्रतियोगिताओं में प्रदर्शित सभी कौशलों को राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के साथ सावधानीपूर्वक संरेखित किया गया है, जो प्रतिभागियों को अपने सीखने के परिणामों को श्रेय देने और अपने चुने हुए क्षेत्रों में एक समृद्ध कैरियर बनाने के लिए सशक्त बनाता है। यह भी पहली बार है कि इंडियास्किल्स ने क्यूरेन्सिया नामक एक कॉम्पटीशन इन्फॉर्मेशन सिस्टम को शामिल किया है।