भारत का पहली तिमाही में कोयला आयात बढ़ा

देश का कोयला आयात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि में 1.5 प्रतिशत बढ़कर 76.40 मिलियन टन हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 75.26 मिलियन टन था, जबकि सरकार जीवाश्म ईंधन के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने पर ज़ोर दे रही है। बी2बी ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म और टाटा स्टील व सेल के बीच एक संयुक्त उद्यम, एमजंक्शन सर्विसेज लिमिटेड के अनुसार, जून में देश का कोयला आयात भी बढ़कर 23.91 मिलियन टन (एमटी) हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 22.97 मिलियन टन था। अप्रैल-जून के दौरान, नॉन-कोकिंग कोयले का आयात 49.08 मिलियन टन रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में आयात किए गए 49.12 मिलियन टन की तुलना में लगभग स्थिर रहा। अप्रैल-जून 2025 के दौरान कोकिंग कोयले का आयात 16.37 मीट्रिक टन था, जो अप्रैल-जून 2024 के लिए दर्ज 15.45 मीट्रिक टन से अधिक है। जून में कुल आयात में से, गैर-कोकिंग कोयले का आयात 14.85 मीट्रिक टन था, जबकि पिछले साल जून में 14.19 मीट्रिक टन आयात किया गया था। कोकिंग कोयले का आयात 5.78 मीट्रिक टन था, जबकि जून 2024 में 5.45 मीट्रिक टन आयात किया गया था। राज्य के स्वामित्व वाली सीआईएल का कोयला उत्पादन जून में 8.5 प्रतिशत घटकर 57.8 मिलियन टन रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में 63.1 मीट्रिक टन था। हालांकि, कंपनी, जो घरेलू कोयला उत्पादन का 80 प्रतिशत से अधिक का योगदान करती है, ने कोयला उत्पादन में गिरावट का कारण नहीं बताया। उद्योग विश्लेषकों के अनुसार, मानसून के मौसम में कोयला उत्पादन में आमतौर पर बाधाओं का सामना करना पड़ता है

By Arbind Manjhi