भारतीय शेयर बाजार 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के पार, निफ्टी 50 रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा

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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर भारतीय सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 23 मई, 2024 को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (416.57 ट्रिलियन रुपये) को पार कर गया। उसी दिन, निफ्टी 50 इंडेक्स 22,993.60 के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया। निफ्टी 500 इंडेक्स ने भी सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ। आज 21,505.25 का उच्च स्तर दर्शाता है कि इक्विटी बाजार में वृद्धि केवल बड़े, पूंजीकृत शेयरों तक ही सीमित नहीं है। भारतीय सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण को 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (जुलाई 2017) से 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (मई 2021) तक पहुंचने में लगभग 46 महीने लगे, 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (दिसंबर 2023) तक पहुंचने में लगभग 30 महीने लगे और अब नवीनतम अमेरिकी डॉलर 1 ट्रिलियन जोड़ने में केवल 6 महीने लगे। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से शीर्ष 5 कंपनियां रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड और भारती एयरटेल लिमिटेड हैं।

पिछले 10 वर्षों में, निफ्टी 50 इंडेक्स ने 13.4 प्रतिशत रिटर्न (टोटल प्राइस इंडेक्स सीएजीआर) दिया है। इसी अवधि के दौरान, घरेलू म्यूचुअल फंडों का एसेट अंडर मैनेजमेंट (इक्विटी और ऋण) अप्रैल 2014 के अंत में 9.45 ट्रिलियन रुपये से 506 प्रतिशत बढ़कर अप्रैल 2024 के अंत में 57.26 ट्रिलियन रुपये हो गया। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की प्रबंधन के तहत संपत्ति (इक्विटी और ऋण) अप्रैल 2014 के अंत में 16.1 ट्रिलियन रुपये से 345 प्रतिशत बढ़कर अप्रैल 2024 के अंत में 71.6 ट्रिलियन रुपये हो गई। बाज़ार पूंजीकरण में वृद्धि केवल शीर्ष कंपनियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सभी शेयरों में देखी गई है। निफ्टी 100 इंडेक्स के घटक अब बाजार पूंजी का 61 फीसदी हिस्सा हैं, जबकि अप्रैल 2014 तक कुल बाजार पूंजी का 74.9 प्रतिशत था। प्राथमिक बाजार में लघु और मध्यम उद्यम सहित कॉरपोरेट्स द्वारा संसाधन जुटाना उत्साहजनक रहा है और इसने धन जुटाने के पारंपरिक तरीकों के अलावा प्रभावी वैकल्पिक तंत्र प्रदान किया है।

केपिटल मार्केट सेगमेंट में सेकंडरी मार्केट में लिक्विडिटी में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। इक्विटी सेगमेंट का दैनिक औसत कारोबार वित्त वर्ष 2015 में 17,818 करोड़ रुपये से 4.5 गुना बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 81,721 करोड़ रुपये हो गया है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को अमृत काल के लिए उल्लिखित दृष्टिकोण के एक प्रमाण के तौर पर देखा जा सकता है जिसमें मजबूत सार्वजनिक वित्त के साथ एक टैक्नोलॉजी से संचालित और ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था और एक मजबूत वित्तीय क्षेत्र शामिल है। एक्सचेंज ने हाल ही में निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स पर डेरिवेटिव लॉन्च किया है। इस लॉन्च के साथ, एक्सचेंज ने 3 व्यापक बाजार सूचकांकों अर्थात निफ्टी 50 इंडेक्स, निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स और निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट इंडेक्स पर डेरिवेटिव प्रदान किया है, जो बाजार के बड़े और लिक्विड मिड-केपिटलाइजेशन का उचित प्रतिनिधित्व देता है। एनएसई के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्री श्रीराम कृष्णन ने कहा, ‘‘मैं प्रगतिशील नियामक ढांचे के साथ पूंजी बाजार ईको सिस्टम को सपोर्ट करने के लिए भारत सरकार, भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड और भारतीय रिजर्व बैंक को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं सूचीबद्ध कंपनियों, व्यापारिक सदस्यों, निवेशकों और अन्य सभी हितधारकों को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने पर बधाई देता हूं।