भारत ने ग्लोबल स्किल्स मंच पर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। वर्ल्डस्किल्स एशिया कॉम्पिटिशन (WSAC) 2025 में अपनी पहली भागीदारी में भारत ने 29 देशों में से 8वाँ स्थान प्राप्त करते हुए शानदार प्रदर्शन किया। क्षेत्र के अग्रणी स्किल इकोसिस्टम के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद, भारत ने अपनी पहली ही कोशिश में उच्च-डिमांड और उभरते ट्रेड्स में अनुशासन, नवाचार और वैश्विक मानकों के अनुरूप उत्कृष्ट प्रदर्शन प्रस्तुत किया। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के नेतृत्व में तथा एनएसडीसी और अन्य तकनीकी साझेदारों के प्रशिक्षण एवं तैयारी में सहयोग के साथ, भारतीय टीम में कुल 23 प्रतिभागी शामिल थे, जिन्होंने 21 कौशल श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा की। उनके साथ 21 एक्सपर्ट्स थे और उन्होंने उन्हें सपोर्ट भी किया।
टीम ने पारंपरिक तथा तकनीक-आधारित दोनों प्रकार की कौशल श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। भारत ने 1 रजत, 2 कांस्य पदक और 3 मेडेलियन ऑफ एक्सीलेंस हासिल किए, जिससे ग्लोबल स्किल एक्सीलेंस में देश की तेज़ी से बढ़ती मौजूदगी का पता चलता है। महिला प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विशेष पहचान बनाई। उन्होंने पदक तालिका में महत्वपूर्ण योगदान दिया और भारत के स्किलिंग इकोसिस्टम में युवा महिलाओं के बढ़ते नेतृत्व को मजबूती से रेखांकित किया। ग़ैर-पारंपरिक कौशल श्रेणियों में शानदार प्रदर्शन करते हुए, उन्हें ‘बेस्ट इन द कंट्री’ सम्मान से भी नवाज़ा गया, जहाँ उन्होंने विभिन्न कौशलों में सभी भारतीय प्रतिभागियों के बीच सबसे अधिक अंक प्राप्त किए।
भारत की उपलब्धि पर बोलते हुए भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयन्त चौधरी ने कहा: “वर्ल्डस्किल्स एशिया 2025 में भारत का प्रदर्शन हमारे युवाओं के आत्मविश्वास, रचनात्मकता और अनुशासन का परिचायक है। यहाँ प्राप्त हर पदक और हर सम्मान हमारे प्रतिभागियों की कड़ी मेहनत, उनके प्रशिक्षकों की निष्ठा और भारत के स्किल ईकोसिस्टम की बढ़ती ताकत का सबूत है। जैसे-जैसे हम ज़्यादा टेक्नोलॉजी-ड्रिवन और ग्लोबली कनेक्टेड इकॉनमी की ओर बढ़ रहे हैं, ये अचीवर्स हमें याद दिलाते हैं कि स्किल्स सिर्फ़ नौकरी पाने का ज़रिया नहीं हैं, वे देश की तरक्की के ज़रिया हैं। भारत को गर्व महसूस कराने के लिए हमारे सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई।”
