भारतीय टीम ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को तीसरे और आखिरी वनडे में 9 विकेट से करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से जीती। विशाखापट्टनम में खेले गए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 47.5 ओवर में सिर्फ 270 रन ही बना सकी। इसके जवाब में भारत ने यशस्वी जायसवाल के शतक, रोहित शर्मा और विराट कोहली की दमदार अर्धशतकीय पारी की बदौलत 61 गेंद शेष रहते मैच अपने नाम किया। भारत ने तीसरे वनडे में 39.5 ओवर में एक विकेट खोकर 271 रन बनाए। भारत की ओर से यशस्वी जायसवाल ने सर्वाधिक 116 रन बनाए। भारत ने पहला वनडे 17 रन से जीता था, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने दूसरा मुकाबला 4 विकेट से जीतकर वापसी की थी। अंतिम मैच में भारत ने एकतरफा अंदाज में अफ्रीका को धोया।
271 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने दमदार शुरुआत की। यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा ने संभलकर शुरुआत की और फिर अपने शॉट खेले। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 155 रन की साझेदारी हुई। पूर्व कप्तान रोहित शर्मा 73 गेंद में 75 रन बनाकर आउट हुए। रोहित का सीरीज में ये दूसरा अर्धशतक था। इसके बाद यशस्वी जायसवाल ने 111 गेंद में अपना पहला वनडे शतक पूरा किया। वह भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले छठे बल्लेबाज बन गए हैं। भारत के अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली ने 45 गेंद में नाबाद 65 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 6 चौके और तीन छक्के लगाए। यशस्वी जायसवाल 121 गेंद में 12 चौके और दो छक्के की मदद से नाबाद 116 रन बनाए। अफ्रीका की ओर से केशव महाराज को एक विकेट मिला।
टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और उसने पहले ही ओवर में रायन रिकलटन (शून्य) का विकेट गंवा दिया। उन्हें अर्शदीप ने विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद बल्लेबाजी करने आये कप्तान टेम्बा बावुमा ने डी कॉक के साथ पारी को संभाला और तेजी के साथ रन बटोरे। दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 113 रन जोड़े। 21वें ओवर में रवींद्र जडेजा ने बावुमा को आउटकर इस साझेदारी का अंत किया। टेम्बा बावुमा ने 67 गेंदों में पांच चौके लगाते हुए 48 रन बनाये।
इसके बाद मैथ्यू ब्रीत्जके (24) को प्रसिद्ध कृष्णा ने पगबाधा आउट किया। इसी ओवर में कृष्णा ने एडन मारक्रम (एक) का भी शिकार कर लिया। इसी दौरान 30वें ओवर में हर्षित राणा की गेंद पर डी कॉक ने छक्का मारकर अपना शतक पूरा किया। भारत के खिलाफ यह उनका सातवां शतक है। इसी के साथ उन्होंने भारत के खिलाफ सबसे अधिक एकदिवसीय शतक के मामले में सनत जयसूर्या की बराबरी की। इसके अलावा उन्होंने भारत में किसी भी विदेशी बल्लेबाज के सबसे ज़्यादा शतक का एबी डीविलियर्स का रिकॉर्ड की भी बराबरी की।
33वें ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा ने क्विंटन डी कॉक को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका को पांचवां झटका दिया। क्विंटन डी कॉक ने 89 गेंदों में आठ चौके और छह छक्के उड़ाते हुए 106 रनों की पारी खेली। इसके बाद कुलदीप यादव ने 39वें ओवर में पहले डेवाल्ड ब्रेविस (29) और इसी ओवर की तीसरी गेंद पर मार्को यानसन (17) का शिकार कर लिया। कॉर्बिन बॉश (नौ) और लुंगी एन्गिडी (एक) को भी कुलदीप ने आउट किया। 48वें ओवर की पांचवी गेंद पर प्रसिद्ध कृष्णा ने ऑटनील बार्टमैन (तीन) को बोल्ड कर 270 के स्कोर पर दक्षिण अफ्रीका की पारी का अंत कर दिया।
भारत के लिए कुलदीप यादव ने 41 रन देकर चार विकेट लिये। प्रसिद्ध कृष्णा को भी चार विकेट मिले। अर्शदीप सिंह और रवींद्र जडेजा ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया।
