केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत के विद्युत उद्योग से एक एकीकृत विश्व स्तरीय प्रदर्शनी स्थापित करने का आह्वान किया है, जिसमें प्रमुख उद्योग-आधारित प्रदर्शनियों को एक ही मंच पर समेकित किया जाए। ELECRAMA 2025 में बोलते हुए, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक बड़े पैमाने पर होने वाला एक्सपो भारत को विद्युत और ऊर्जा समाधानों के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा, शीर्ष निवेशकों को आकर्षित करेगा और निर्यात को बढ़ावा देगा।
गोयल ने कहा, “विखंडित आयोजनों के बजाय, हमें 1,500+ प्रदर्शकों और 100,000+ आगंतुकों के साथ एक मेगा-प्रदर्शनी की आवश्यकता है, जो दुनिया को बिजली के बुनियादी ढांचे, स्वचालन और स्मार्ट ग्रिड में भारत की विशेषज्ञता का प्रदर्शन करे।” इस कार्यक्रम में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव विमल आनंद ने भारत की तीव्र आर्थिक वृद्धि पर प्रकाश डाला और कहा कि देश 2026 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, जो पिछले अनुमानों से कहीं आगे है।
रिवर्स बायर सेलर मीट (आरबीएसएम) में हस्ताक्षरित एक प्रमुख समझौता ज्ञापन से भारत के बिजली क्षेत्र में वैश्विक सहयोग और निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, eTECHnxt सम्मेलन में स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल परिवर्तन और कार्यबल के कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो भारत के ऊर्जा परिवर्तन को रेखांकित करता है।