पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले के शमशेरगंज इलाके में बुधवार सुबह एक बार फिर गंगा नदी के भीषण कटाव ने तबाही मचा दी। सुबह 9 बजे के बाद से शमशेरगंज के उत्तर चाचुंड गांव में गंगा का कटाव शुरू हुआ और देखते ही देखते जयदेव सरकार नामक व्यक्ति के घर का एक हिस्सा नदी में समा गया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गांव के कम-से-कम 5 से 7 घरों में गहरी दरारें आ चुकी हैं और किसी भी समय वे भी गंगा में समा सकते हैं। कटाव के चलते इलाके में भारी दहशत फैल गई है और लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
खतरे की जद में एक मंदिर भी है, जो कभी भी नदी में समा सकता है। कटाव इतना तीव्र था कि बांध के ऊपर बना कंक्रीट का सड़क मार्ग भी टूटकर गंगा में समा गया। बुधवार सुबह से ही उत्तर चाचुंड गांव में भय और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से गंगा का जलस्तर घट रहा था, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली थी। लेकिन पिछले तीन दिनों से जलस्तर में अचानक वृद्धि हो रही है, जिससे कटाव की रफ्तार फिर से तेज हो गई है। स्थानीय लोगों और प्रशासन में इस नई स्थिति को लेकर गहरी चिंता देखी जा रही है। अब ग्रामीणों की मांग है कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन तत्काल कदम उठाए और स्थायी समाधान की दिशा में कार्य करे।
