पश्चिम बंगाल के कण-कण में भ्रष्टाचार समाया हुआ है। भ्रष्टाचार की बुराई किसी भी तरह से बंगाल का पीछा नहीं छोड़ रही है। और इसलिए इस बार भ्रष्टाचार के विरोध में आम लोग खुद आगे आये है। विभिन्न चुनावों के दौरान जाली वोट डालने की खूब शिकायतें आती हैं, लेकिन जब वोट पास हो जाते हैं तो फर्जी वोटों की जांच करने के लिए प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जाता। उत्तरी दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर ब्लॉक में गुंजरिया ग्राम पंचायत भौगोलिक रूप से बिहार राज्य से सटा हुआ है। गुंजरिया के अधिकांश निवासियों का नाम बंगाल के साथ-साथ बिहार की मतदाता सूची में भी है। इसका लाभ उठाते हुए दोनों राज्यों में चुनाव के दौरान जमकर वोटों की ठगी होती है। आरोप है कि गुंजरिया ग्राम पंचायत के लगभग 70 निवासियों का नाम बंगाल की मतदाता सूची के साथ-साथ बिहार की मतदाता सूची में भी शामिल है। गुंजरिया ग्राम पंचायत के निवासी तौसीफ रेजा ने सामाजिक जिम्मेदारी की भावना से इस संबंध में उत्तरी दिनाजपुर के जिला मजिस्ट्रेट को शिकायत की हैं। जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर इस्लामपुर के बीडीओ ने तौसीफ रेजा को सुनवाई के लिए बुलाया। श्री तौसीफ को जिला मजिस्ट्रेट से मिले और सारी जानकारी बीडीओ दीपान्विता बर्मन को सौंपी। घटना की जानकारी पर जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि इस्लामपुर प्रखंड प्रशासन जल्द ही प्रशासनिक कार्रवाई करेगा।