पश्चिम बंगाल से होकर गुजरने वाली गंगा के घाटों पर बुधवार सुबह से ही महालया के अवसर पर पितृ तर्पण के लिए लोगों की भारी भीड़ लगी है। बंगाल में महालया के साथ ही मां दुर्गा की प्रतिमा में नेत्र अंकन कर प्राण प्रतिष्ठा का आधिकारिक आगाज होता है। इस दिन सुबह के समय उत्तर कोलकाता के टाला पार्क में मां की प्रतिमा पर नेत्रांकन हुआ है। इधर सुबह से ही कोलकाता के बाबू भाग बागबाजार, कुम्हारटोली, दक्षिणेश्वर, अहिरीटोला, हावड़ा के गंगा घाटों पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं जो पितृ तर्पण कर रहे हैं।
नियमानुसार सूर्योदय से पहले से ही पुरोहित घाटों पर पहुंच गए थे। मंत्रोचार के साथ पितृ तर्पण हुआ है। हिंदी भाषी प्रदेशों में महालय को अमावस्या के तौर पर मनाया जाता है और पूर्वजों का तर्पण किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पूर्वज धरती पर उतरते हैं और उन्हें अपने-अपने संतानों से तर्पण की उम्मीद रहती है। इसीलिए गंगा घाटों पर बड़ी संख्या में हर साल भारी भीड़ होती है। हर साल की तरह इस साल भी कोलकाता और हावड़ा के गंगा घाटों पर अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। इसके अलावा सिविक वॉलिंटियर और होमगार्ड को भी घाटों पर तैनात किया गया था ताकि महामारी को देखते हुए शारीरिक दूरी के प्रावधानों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।