देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे कम हो रहा है, हालांकि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तमाम तरह के ऐहतियात बरते जा रहे हैं| केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है| संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सरकार ने आने वाले महीनों के त्योहारों के लिए एडवाइजरी जारी की है|
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ऐसे में लोगों को दीवाली, ईद और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों को घर पर भीड़ इकट्ठा किए बिना मनाना चाहिए| नीति आयोगे के सदस्य और कोविड-19 टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वीके पॉल ने कहा, “गणेश चतुर्थी, दिवाली और ईद आने वाले हैं| इस साल भी, पिछले साल की तरह उन्हें प्रतिबंधात्मक तरीके से मनाने की आवश्यकता होगी और हम सभी से घर पर रहने की अपील करते हैं|” कोरोनोवायरस महामारी पर स्वास्थ्य मंत्रालय की समाचार ब्रीफिंग में बोलते हुए उन्होंने कहा, “पिछले साल की तरह, त्योहारों को कम तरीके से मनाया जाना चाहिए| किसी भी सार्वजनिक स्थान पर मास्क पहनना अनिवार्य है|”
भारत में 16 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड रोधी टीके की दोनों खुराक मिल चुकी हैं, 54 प्रतिशत लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है| सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित करना होगा, यदि किसी सभा में शामिल होना जरूरी है तो पूर्ण टीकाकरण एक पूर्व शर्त होनी चाहिए| स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लोगों को घर पर त्योहार मनाने चाहिए, कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करें और टीकाकरण करवाएं| भारत में सार्स-सीओवी-2 के डेल्टा प्लस स्वरूप के करीब 300 मामले अब तक सामने आ चुके हैं|
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा, “हम अभी भी COVID-19 की दूसरी लहर में हैं और इसलिए देश में सभी से अपील करते हैं कि अपने क्षेत्र में सभी कोविड प्रतिबंधों को जारी रखें| COVID-19 SOPs (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) का पालन करें और कोविड-उपयुक्त व्यवहार बनाए रखें|”