विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर होंडा इंडिया फाउंडेशन ने सिक्किम में अपने नए स्किल डेवेलपमेंट इनिशिएटिव ‘परियोजना बुनियाद’ की शुरुआत की। इस मौके पर होंडा इंडिया फाउंडेशन और सिक्किम सरकार के कौशल विकास विभाग के तहत कारीगर प्रशिक्षण एवं योजना निदेशालय के बीच एक समझौता पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। ये पूरी पहल विश्व बैंक समर्थित ‘सिक्किम इनस्पायर्स कार्यक्रम’ के अंतर्गत शुरू की गई है, जिसका मकसद युवाओं को बेहतर ट्रेनिंग, तकनीकी ज्ञान और आत्मनिर्भरता के लिए तैयार करना है। कार्यक्रम का आयोजन चिंतन भवन, गंगटोक में हुआ, जहां सिक्किम के मुख्यमंत्री श्री प्रेम सिंह तमांग, कौशल विकास मंत्री श्री समदुप भूटिया, निदेशालय के अपर सचिव-सह-निदेशक, और होंडा इंडिया फाउंडेशन के परिचालन अधिकारी श्री राजीव तनेजा मौजूद थे। परियोजना बुनियाद के ज़रिए युवाओं को व्यावसायिक और तकनीकी ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे न सिर्फ जॉब के लिए तैयार हों बल्कि आगे चलकर खुद भी रोजगार पैदा कर सकें।
यह साझेदारी खास तौर पर हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में युवाओं को संरचित और इंडस्ट्री-ओरिएंटेड ट्रेनिंग, मान्यता प्राप्त संस्थाओं से प्रमाणपत्र और सुनिश्चित प्लेसमेंट के अवसर देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस पहल का मकसद हुनर-आधारित लर्निंग के ज़रिए टिकाऊ आजीविका के रास्ते खोलना है। सिक्किम के राज्य गठन के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर इस समझौता पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर होना, इस साल के विश्व युवा कौशल दिवस को और भी खास बनाता है। यह सहयोग भविष्य की कुशल और तैयार वर्कफोर्स तैयार करने की दिशा में भागीदारी की भूमिका को और मज़बूत करता है।
2024 में शुरू की गई ‘परियोजना बुनियाद’, खास तौर पर राष्ट्रीय प्राथमिकता वाले क्षेत्रों (जैसे पूर्वोत्तर भारत और जम्मू-कश्मीर) के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है, जिसमें उन्हें हाई-क्वालिटी हॉस्पिटैलिटी ट्रेनिंग दी जाती है। यह पहल न सिर्फ क्षेत्रीय चुनौतियों को ध्यान में रखती है, बल्कि युवाओं की रोज़गार क्षमता भी बढ़ाती है और उन्हें टिकाऊ आजीविका की दिशा में प्रेरित करती है। सिक्किम में इसका लॉन्च, इस परियोजना की तेजी से बढ़ती पहुंच का संकेत है और यह दिखाता है कि होंडा इंडिया फाउंडेशन राज्य सरकारों के साथ मिलकर समावेशी बदलाव लाने के लिए कितनी गंभीरता से काम कर रहा है।
