होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (ऐचएमएसआइ ) नागरिकों के बीच सड़क सुरक्षा जागरूकता की आवश्यकता पर फिर से जोर देने के लिए देश में अपना राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान जारी रखे हुए है। बोंगाईगांव के जवाहर नवोदय विद्यालय में दो दिवसीय शिविर (२६ -२७ जुलाई २०२२ ) में १७०० से अधिक स्कूली छात्रों और स्टाफ सदस्यों की उत्साही भागीदारी देखी गई, जो सुरक्षित सवारी प्रथाओं को अपनाने के लिए निकले थे। ऐचएमएसआइ के सड़क सुरक्षा प्रशिक्षकों ने सभी के बीच सड़क सुरक्षा जागरूकता बनाए रखने के लिए आयु उपयुक्त सड़क सुरक्षा सीखने के कार्यक्रमों का उपयोग किया।
कार्यक्रम ने इंटरेक्टिव सत्र, व्यावहारिक शिक्षा, वैज्ञानिक सिद्धांत सीखने के मॉड्यूल, सवारी कौशल का सम्मान करने वाले मौजूदा ड्राइवरों और सीखने के माध्यम से सीखने को मजेदार और वैज्ञानिक बना दिया। जैसा कि अप्रैल २०२१ में घोषित किया गया था, ‘होंडा २०५० तक वैश्विक स्तर पर होंडा मोटरसाइकिल और ऑटोमोबाइल से जुड़े शून्य ट्रैफिक टकराव के लिए प्रयास करेगा’। यह २००१ में अपनी शुरुआत के बाद से भारत में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दे रहा है। यह पहल पहले ही ४६ लाख से अधिक भारतीयों तक फैल चुकी है। कुशल सुरक्षा प्रशिक्षकों की इसकी टीम भारत भर में अपने १० गोद लिए गए ट्रैफिक पार्कों और ७ सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों में दैनिक कार्यक्रम आयोजित करती है। पूरे भारत में सभी १०००+ डीलरशिप सड़क सुरक्षा जागरूकता फैलाते हैं। इसने डिजिटल सड़क सुरक्षा शिक्षा पहल – होंडा रोड सेफ्टी ई-गुरुकुल की शुरुआत की। मई २० में अपनी शुरुआत के बाद से, इसने ७ लाख+ भारतीयों को जागरूक और जिम्मेदार सड़क उपयोगकर्ता होने के महत्व के बारे में जागरूक किया है।
श्री प्रभु नागराज, ऑपरेटिंग ऑफिसर – ब्रांड एंड कम्युनिकेशन, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया, ने कहा, “हमारा लक्ष्य बच्चों को कल के सुरक्षा दूत के रूप में शिक्षित करना है और साथ ही वयस्कों को सुरक्षित रूप से सड़कों का उपयोग करने के महत्व को समझने में मदद करना है।”