हिन्दुस्तान कोका-कोला बेवरेजेस ने असम में ड्रिंकिंग वाटर एटीएम का उद्घाटन किया

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भारत की अग्रणी एफएमसीजी कंपनियों में से एक, हिन्दुस्तान कोका-कोला बेवरेजेस प्राइवेट लिमिटेड (एचसीसीबी) ने असम के नलबारी में नाट्य मंदिर परिसर में एक ड्रिकिंग वाटर एटीएम ( पीने योग्य जल ) लॉन्च किया है। यह लॉन्च वाय4डी फाउंडेशन के साथ भागीदारी में किया गया है। इस ड्रिंकिंग वाटर एटीएम का उद्घाटन असम सरकार के माननीय पीएचईडी, सीईईडी एवं पर्यटन मंत्री श्री जयंता मल्लाबरुआ ने असम के नलबारी जिले की जिला कमिश्नर श्रीमती वर्नाली डेका, आईएएस के साथ किया। इस अवसर पर स्थानीय सरकार के महत्वपूर्ण प्रतिनिधि, जैसे कि नलबारी म्युनिसिपल बोर्ड के चेयरमैन और संबद्ध जिला परिषद के चेयरमैन भी मौजूद थे। ड्रिंकिंग वाटर एटीएम वहाँ की कम्युनिटी के लगभग 4000 लोगों को स्वच्छ पेयजल प्रदान करेगा और उनकी सेहत में योगदान देगा। यह पहल स्थानीय समुदायों के लिये स्थायी जल सुरक्षा और क्षेत्रीय सशक्तिकरण की कोशिशों की दिशा में कंपनी की व्यापक प्रतिबद्धता के अनुसार है।

असम की नलबारी जिले की जिला कमिश्नर, आईएएस श्रीमती वर्नाली डेका ने कहा, ‘’समुदाय को सशक्त करने और लोगों के समग्र कल्याण में काम आने वाली पहलों का आम इंसान की जिन्दगियों पर लंबे वक्त तक असर रहता है। हमें खुशी है कि एचसीसीबी नलबारी के स्थानीय समुदाय को सुरक्षित एवं शुद्ध जल प्रदान करने के लिये सक्रिय है।‘’उन्होंने आगे कहा, ‘’पेय जल की इस सुविधा का लाभ हजारों लोगों को मिलेगा और इससे क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव का रास्ता बनेगा। वाटर एटीएम 150 से ज्यादा दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, नजदीकी 50 स्ट्रीट वेंडर्स को राहत देगा। इसके अलावा, 500 लोगों की क्षमता वाले नाट्य मंदिर में अक्सर होने वाले आयोजनों में आने वाले लोगों को भी यह पानी मुहैया कराएगा।‘’

श्री हिमांशु प्रियदर्शी, चीफ पब्लिक अफेयर्स, कम्युनिकेशंस एण्ड सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर, एचसीसीबी ने कहा, ‘’हिन्दुस्तान कोका-कोला बेवरेजेस में हम सामुदायिक सशक्तिकरण की आवश्यकता और सुरक्षित, शुद्ध पेयजल की सुलभता में होने वाली चुनौतियों को समझते हैं। नलबारी जिले में ड्रिंकिंग वाटर एटीएम की स्थापना इस आवश्यकता को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल सामुदायिक कल्याण को बढ़ावा देने की हमारी बड़ी सोच के अनुरूप है और सभी के लिये जल एवं स्वच्छता को सुलभ बनाने में योगदान देती है। ऐसे कार्यक्रम अपने से सेवा लेने वाले समुदायों के लिये सकारात्मक बदलाव लाने हेतु हमारी स्थायी प्रतिबद्धता दिखाते हैं।‘’  इससे पहले, एचसीसीबी ने असम में महिलाओं और समाज के सशक्तिकरण के लिये महिलाओं को डिजिटल एवं वित्तीय साक्षरता में अपस्किल किया था। क्षेत्र के स्कूल को भी डिजिटल स्मार्टबोर्ड से सुसज्जित किया गया है, ताकि तकनीक से सक्षम पढ़ाई हो सके। फिर रोजगार-योग्यता को बढ़ाने के लिये नलबारी में मधुमक्खी पालन के प्रशिक्षण और 20 महिलाओं को उपकरण प्रदान करने की योजना भी है। मधुमक्खी पालन के लिये दिया गया हर डिब्बा 12 से 15 किलो शहद बना सकता है। इस प्रकार महिलाएं प्रासंगिक कुशलताओं से सशक्त होंगी और उनका कल्याण होगा।