गूगल एक ऐसा कमाल का फीचर लेकर आया है जो आपके फोन को अपने आप रीस्टार्ट कर देगा। यह सुविधा विशेष रूप से आपकी गोपनीयता और डेटा सुरक्षा के लिए डिज़ाइन की गई है। चोरी, हैकिंग या दुरुपयोग से बचाने के लिए यह कदम काफी कारगर माना जा रहा है। एप्पल जैसे फीचर्स अब एंड्रॉयड में भी देखने को मिलेंगे। आइए जानते हैं यह नया “ऑटो रीस्टार्ट” फीचर कैसे काम करता है और क्यों खास है। फ़ोन लॉक होने पर ऑटो रीस्टार्ट हो जाएगा नया फीचर गूगल ने हाल ही में एक नया और बेहद महत्वपूर्ण सुरक्षा फीचर पेश किया है, जिससे अब अगर कोई एंड्रॉयड स्मार्टफोन लगातार तीन दिन तक लॉक रहता है, तो वह अपने आप रीस्टार्ट हो जाएगा। यह सुविधा आईफोन में पहले से मौजूद “निष्क्रियता रीबूट” के समान है। गूगल ने अपने गूगल सिस्टम रिलीज नोट्स पर इस अपडेट की जानकारी दी है। यह सुविधा केवल एंड्रॉयड स्मार्टफोन के लिए ही होगी, जबकि एंड्रॉयड ऑटो, टीवी और पहनने योग्य डिवाइस पर यह उपलब्ध नहीं होगी। हालांकि, गूगल ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह फीचर सभी फोन में कब से आएगा। आरंभ करने के बाद डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा यह सुविधा “सुरक्षा और गोपनीयता” अनुभाग में शामिल है। यह एक वैकल्पिक सुरक्षा सुविधा है, जो फोन के तीन दिन तक लॉक रहने पर डिवाइस को स्वचालित रूप से पुनः चालू कर देगी। तकनीकी रूप से कहें तो फोन को पुनः चालू करने से डेटा को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। जब फोन को पहली बार अनलॉक किया जाता है तो कुछ डेटा खुल जाता है। लेकिन बार-बार फोन को अनलॉक करने से उस डेटा तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। पुनः आरंभ करने के बाद, फोन “BFU” यानि “पहले अनलॉक से पहले” स्थिति में चला जाता है, जहां सभी फोन डेटा फिर से सुरक्षित रूप से एन्क्रिप्ट हो जाता है। मद्द में बशत यू अवुशुज से फ़रान बीएफयू मोड में फोन पूरी तरह सुरक्षित रहता है क्योंकि इसमें फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक जैसे फीचर्स काम नहीं करते। इसका मतलब यह है कि यदि किसी के पास आपका फोन है, लेकिन उसके पास पासकोड नहीं है, तो वह व्यक्ति फोन का डेटा नहीं देख सकता। इस तरह यह फीचर चोरी हुए फोन का दुरुपयोग होने से भी रोक सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अक्सर चोर या साइबर अपराधी ऐसे फोन को ब्लैक मार्केट में बेच देते हैं या फिर उनके डेटा का गलत इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अगर फोन तीन दिन बाद खुद ही रीस्टार्ट हो जाता है और BFU मोड में चला जाता है, तो फोन का डेटा सुरक्षित रहेगा। इंटेल सेलेरॉन प्रोसेसर से लैस गूगल द्वारा उपयोगकर्ता गोपनीयता का नया प्रयास यह नया फीचर गूगल द्वारा अपने उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा के प्रयास का हिस्सा है। एप्पल ने पिछले साल ऐसा फीचर लॉन्च किया था और अब गूगल ने भी यही राह अपनाई है। यह फीचर न केवल फोन की सुरक्षा बढ़ाता है, बल्कि चोरी, पहचान की चोरी और ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे मामलों को भी कम कर सकता है। यह फीचर भविष्य में एंड्रॉयड यूजर्स के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
गूगल ने लॉन्च किया नया अद्भुत फीचर
