ग्लेनमार्क ने लॉन्च किया सीटाग्लिप्टिन और इसके फिक्स्ड डोजकॉम्बिनेशन

ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (ग्लेनमार्क), एक नवाचार-संचालित वैश्विक दवा कंपनी ने भारत में टाइप 2 डायबिटीज वाले वयस्कों के लिए सस्ती कीमत पर सीटाग्लिप्टिन और इसके फिक्स्ड डोजकॉम्बिनेशन(एफडीसी) लॉन्च किए हैं। कंपनी ने ब्रांड नाम सिटाज़िट®और इसके वैरिएंट के अंतर्गत किफायती मूल्य पर सीटाग्लिप्टिन आधारित दवाओं के 8 अलग-अलग कॉम्बिनेशंस प्रस्तुत किए हैं। ग्लेनमार्क का सिटाज़िट®और इसके वैरिएंट टाइप -2 डायबिटीज के रोगियों के लिए साइटग्लिप्टिन की पहुंच बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिसकी पहचान डीपीपी4 इनहिबिटर थेरेपी में गोलडन स्टैंडर्ड मॉलिक्यूल के रूप में है। यह रोगियों को उनके ग्लाइसेमिक स्तर को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने और बेहतर अनुपालन में मदद करेगा। ये दवाएं हाइपोग्लाइसीमिया का जोखिम कम करती हैं, बीटा सेल सुरक्षा प्रदान करती हैं, कार्डियो-रीनल लाभ प्रदान करती हैं और किडनी या लीवर की समस्याओं से ग्रसित रोगियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित हैं।

टाइप 2 डायबिटीज जैसी पुरानी बीमारियों में, रोगियों को लंबे समय तक कई डायबिटीज-रोधी दवाओं का सेवन करना पड़ता है। इसके अलावा, भारत में, रोगियों को दवा का खर्च स्वयं उठाना पड़ता है और इसलिए उपचार में दवा की कीमत एक प्रमुख कारक बन जाती है। ग्लेनमार्क के सीटाग्लिप्टिन और उसके एफडीसी की कीमत भारत में उसके इनोवेटर ब्रांड की लागत का लगभग एक तिहाई है। ये दवाएं ब्रांड नाम सिटाज़िट®, सिटाज़िट®-एम,  सिटाज़िट®– एम ईआर और सिटाज़िट®डी के तहत उपलब्ध होंगी। इनमें से प्रत्येक ब्रांड के दो अलग-अलग प्रकार होंगे –सिटाज़िट (सिटाग्लिप्टिन) 50 मिलीग्राम और 100 मिलीग्राम वैरिएंट में उपलब्ध होगा। सिटाज़िट®एम में सीटाग्लिप्टिन (50 मिलीग्राम) + मेटफॉर्मिन (500 मिलीग्राम/1000 मिलीग्राम) होगा; सिटाज़िट®एम ईआर में सीटाग्लिप्टिन (100 मिलीग्राम) + मेटफॉर्मिन एसआर (500 मिलीग्राम/1000 मिलीग्राम) होगा। ब्रांड सिटाज़िट®डी दो वैरिएंट सिटाज़िट®डी 100/10 के साथ एक नया कॉम्बिनेशन है, जिसमें सीटाग्लिप्टिन (100 मिलीग्राम) + डैपाग्लिफ्लोज़िन (10 मिलीग्राम) और सिटाज़िट®डी 50/5 होगा, जिसमें सीटाग्लिप्टिन (50 मिलीग्राम) + डैपाग्लिफ्लोज़िन (5 मिलीग्राम) होगा।

2015 में, ग्लेनमार्क ने अपने डीपीपी4 इनहिबिटर – टेनेलिग्लिप्टिन को भारत में उपलब्ध अन्य डीपीपी4 इनहिबिटर्स के मुकाबले लगभग 55% कम कीमत पर लॉन्च करके डायबिटीज बाजार में क्रांति ला दी थी। अपनी विरासत को जारी रखते हुए, ग्लेनमार्क ने 2019 में वैश्विक स्तर पर शोध किए गए इनोवेटर मॉलिक्यूल रेमोग्लिफ्लोजिन को भारतीय बाजार में उपलब्ध अन्य एसजीएलटी2 इनहिबिटर्स के मुकाबले लगभग 55% कम कीमत पर लॉन्च किया। इसके बाद, 2020 और 2021 में, ग्लेनमार्क क्रमशः रेमोग्लिफ्लोज़िन + विल्डेग्लिप्टिन एफडीसी और रेमोग्लिफ़्लोज़िन + विल्डेग्लिप्टिन + मेटफ़ॉर्मिन ऍडीसी लॉन्च करने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गई। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन (आईडीएफ) के अनुसार, भारत में डायबिटीज का प्रसार 8.3 प्रतिशत है और 2022 में लगभग 74 मिलियन वयस्क डायबिटीज से पीड़ित हैं।

By Business Correspondent

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