गणेश चतुर्थी के अवसर पर जलपाईगुड़ी शहर से सटे पातकाटा कॉलोनी में बुधवार को धूमधाम से गणपति बाप्पा का पूजन और उत्सव आयोजित किया गया। खास बात यह रही कि इस पूजा में उपयोग की गई गणेश प्रतिमा बाहर के राज्य से मंगाई गई थी, जो पिछले कई वर्षों से इस परंपरा का हिस्सा रही है।
सुबह से ही इलाके के बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी उत्सव में शामिल हो गए। ढाक-ढोल, शंख और उलुध्वनि के साथ रंग-बिरंगी शोभायात्रा निकाली गई, जिससे पूरे इलाके का माहौल भक्तिमय हो गया। शोभायात्रा के बाद पास के एक तालाब से जल लाकर गणेश प्रतिमा को दूध और पानी से स्नान कराकर पूजन विधि पूरी की गई।
स्थानीय निवासियों का कहना है : “गणेश चतुर्थी अब सिर्फ पूजा का आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक मिलन उत्सव बन चुका है। हर साल दूर-दराज़ से भक्तजन यहाँ आते हैं और पूरे इलाके में भक्ति और आनंद की लहर दौड़ जाती है।” जलपाईगुड़ी की यह गणेश पूजा अब शहर के वार्षिक पर्वों की सूची में एक खास पहचान बना चुकी है और हर साल इसकी भव्यता बढ़ती ही जा रही है।
