त्रिपुरा ने 3 से 4 अप्रैल तक दो दिवसीय सम्मेलन के लिए Science20 सगाई समूह की दूसरी बैठक की मेजबानी की। इस Science20 बैठक का विषय ‘हरित भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा’ है, जिसमें दुनिया भर के 70 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
सम्मेलन के पहले दिन, भारत ने इस बात पर जोर दिया कि वैज्ञानिक प्रगति के माध्यम से ही कुशल स्वच्छ ऊर्जा तक पहुँचा जा सकता है। इसलिए इस दिशा में सफलता हासिल करने के लिए भारत ने यह संदेश दिया कि स्वच्छ ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नए विकास की आवश्यकता है। हम सभी को नवाचारों के साथ न्यायोचित, स्थायी भविष्य का निर्माण करने और साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, श्री अजय सूद ने अपने प्रारंभिक संबोधन में कहा कि दुनिया अभूतपूर्व मुद्दों का सामना कर रही है, जिन्हें भविष्य को बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को और टाला नहीं जा सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उद्धृत किया जब उन्होंने कहा कि न केवल जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए बल्कि जलवायु न्याय के लिए भी नवाचार महत्वपूर्ण है। यह त्रिपुरा जैसे राज्य के लिए विदेशी प्रतिनिधियों की मेजबानी करने और खुद को वैश्विक मानचित्र पर प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।