अपनी फिटनेस को प्राकृतिक रूप से बढ़ावा दें: इन प्राकृतिक प्रोटीन विकल्पों को अपनाएं

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प्रोटीन आपके शरीर की संपूर्ण सेहत के लिये जरूरी है, क्‍योंकि ये मांसपेशियों, ऊतकों और हॉर्मोन के लिए एक बिल्डिंग ब्‍लॉक का काम करता है। प्रोटीन मेटाबोलिज्‍़म को नियमित करने में सहायक होता है, इम्‍युन फंक्‍शन को सहयोग देता है और लगातार ऊर्जा प्रदान करता है। सुविधा के लिये कई लोग प्रोटीन सप्‍लीमेंट्स लेते हैं लेकिन हैदराबाद के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ न्‍यूट्रीशन (एनआईएन) ने हाल ही में डाइट को लेकर नये दिशा-निर्देश जारी किये हैं, जो शरीर बनाने के लिये सप्‍लीमेंट्स का इस्‍तेमाल न करने की सलाह देते हैं। ऐसे में प्रोटीन के प्राकृतिक स्रोतों को समझने और अपनाने का महत्‍व पता चलता है।

एक अनुभवी डायटीशियन होने के नाते, मैं अपने क्‍लाइंट्स को प्रोटीन सप्‍लीमेंट्स छोड़ने और प्रोटीन के प्राकृतिक स्रोतों, जैसे कि बादाम को प्राथमिकता देने की सलाह लगातार देती हूँ। बादाम की तरह और भी विकल्‍प हैं, जो बिना साइड इफेक्‍ट्स के सेहत को कई फायदे देते हैं और संपूर्ण तंदुरुस्‍ती में योगदान देते हैं। मैं इस लेख में प्रोटीन के कुछ प्राकृतिक स्रोतों के बारे में बताने जा रही हूँ, जो न केवल बेहद पौष्टिक हैं, बल्कि आसानी से आपकी डाइट में शामिल भी हो सकते हैं। बादाम प्रोटीन का पावरहाउस हैं और यह अनिवार्य पोषक-तत्‍व बादाम में प्राकृतिक तरीके से अच्‍छी-खासी मात्रा में होता है। बादाम बेहद पौष्टिक होती है, इसका उपयोग कई तरीके से किया जा सकता है और अपनी डाइट में प्रोटीन को शामिल करने के लिये यह एकदम उचित है।

बादाम में 15 जरूरी पोषक-तत्‍व होते हैं, जैसे कि प्रोटीन, सेहतमंद फैट्स, फाइबर, विटमिन ‘ई’ और मैग्‍नीशियम। बादाम से सेहत को तरह-तरह के कई फायदे मिलते हैं। आमंड बोर्ड ऑफ कैलिफोर्निया का एक हालिया अध्‍ययन, जिसका नाम विटार्ड स्‍टडी है, बताता है कि बादाम खाने से एक्‍सरसाइज रिकवरी के दौरान मांसपेशियों में तकलीफ का अनुभव कम हुआ है। चाहे आप बादाम को सलाद, ट्रेल मिक्‍सेस, ग्रैनोला में मिलायें या स्‍नैक के तौर पर इस्‍तेमाल करें, बादाम आपके लिये प्रोटीन का सेवन बढ़ाने और पूरी सेहत में सहयोग देने का एक सुविधाजनक एवं स्‍वादिष्‍ट तरीका होता है।