मालदा नगर पालिका के प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष वशिष्ठ त्रिवेदी और बोर्ड के सदस्य परेश घोष ने सोमवार को महानंदा नदी के पानी से जलमग्न इलाके का दौरा किया। पूर्व पार्षद श्याम मंडल व शफीकुल इस्लाम भी उनके साथ थे। इन लोगों ने आज शहर के 8 व 20 नंबर वार्ड के जल मग्न इलाकों का दौरा किया. उनके साथ मालदा थाने के पुलिसकर्मी भी थे। बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए नगरपालिका अध्यक्ष बशिष्ठ त्रिवेदी ने कहा कि वे पीड़ितों की मदद के लिए प्रशासन से बात करेंगे। उल्लेखनीय है कि महानंदा के बढ़ते जलस्तर से ओल्ड मालदा नगर पालिका के वार्ड 8 व 20 के निचले इलाकों में पिछले पंद्रह दिनों से पानी भर गया है। यहाँ के लोगों ने आरोप लगाया कि दो दिन पहले तक उनकी सुध लेने कोई नहीं आया। केवल दो वार्डों के पूर्व पार्षद उनका हालचाल जानने यहाँ पहुंचे। साथ ही उन्होंने कहा हालात की गंभीरता को देखते हुए वे सभी अपना सामान लेकर घर से निकल कर उस्मानिया हाई मदरसा में शरण ली। जबकि कुछ लोग सड़क किनारे तम्बू गाड़ कर दिन बिता रहे हैं। वहीँ को कुछ लोग घरों में ही कैद होकर जलस्तर कम होने का इंतजार कर रहे हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों ने प्रश्न से सूखा भोजन उपलब्ध कराने की मांग की है। वहीँ शुक्रवार को आठ नंबर वार्ड के पूर्व पार्षद श्याम मंडल ने इलाके का दौरा किया। उन्होंने कहा बाढ़ पीड़ितों का हाल काफी चिंताजनक है। उन्हें तत्काल भोजन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा यदि नदी जलस्तर तत्काल कम नहीं हुआ तो हालत और खराब होंगे। मालदा नगर पालिका के प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष वशिष्ठ त्रिवेदी ने कहा महानंदा नहीं का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाका जलमग्न हैं। काफी संख्या में लोग घरों में कैद हैं। करीब डेढ़ सौ घरें अभी भी जलमग्न हैं। बाढ़ प्रभावित लोग मदरसे एंव सड़क किनारे त्रिपाल टांग कर दिन बिता रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए उच्च अधिकारियों के साथ बातचीत कर्नेगे। कल नगर पालिका की ओर से एक सर्वे टीम इलाके में भेजी जाएगी।
वहीँ बाढ़ पीड़ित विश्वनाथ हालदर ने कहा, ‘आज नगर प्रशासक हमारे इलाके का दौरा किया । हम में से कुछ लोग टेंट लगा कर रह रहे हैं। खाने की मुश्किल हो रही है। यहां पेयजल की बड़ी समस्या है। पेयजल की त्वरित व्यवस्था की जानी चाहिए। नगर प्रशासक ने हमें मदद का आश्वासन दिया है।