फ्लिपकार्ट ग्रुप ने एक साल में करीब 3000 टन कचरे को लैंडफिल्स में पहुंचने से रोका

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फ्लिपकार्ट ग्रुप ने भारत में बढ़ते लैंडफिल्स की गंभीर समस्या से सफलतापूर्वक निपटने की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने पिछले एक साल में सफलता के साथ करीब 3000 टन गैर-खतरनाक ठोस कचरे (नॉन हजार्डस सॉलिड वेस्ट) को लैंडफिल्स में पहुंचने से रोका है। जीरो वेस्ट की दिशा में अपने प्रयासों के लिए कंपनी के चार कारखानों को टोटल रिसोर्स यूज एंड इफिशिएंसी (ट्रू) गोल्ड सर्टिफिकेशन भी मिला है। ट्रू-सर्टिफाइड प्रोजेक्ट के लिए रिसोर्स मैनेजमेंट के लिए तय किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करना अनिवार्य होता है।


ऐसे प्रोजेक्ट के तहत कारखाने से निकलने वाले कम से कम 90 प्रतिशत कचरे को लैंडफिल्स में पहुंचने, जलाए जाने और कहीं फेंक दिए जाने से बचाते हुए अन्यत्र प्रयोग में लाना होता है। फ्लिपकार्ट के ट्रू सर्टिफिकेट प्राप्त कारखाने फर्रुखनगर (हरियाणा), उलुबेरिया (पश्चिम बंगाल), मलूर (कर्नाटक) और रेनेसेंस (महाराष्ट्र) में हैं और कुल 18 लाख वर्ग फीट में फैले हैं। फ्लिपकार्ट ने सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दिखाई है और जीरो वेस्ट पॉलिसी को अपनाया है। इसके तहत जिम्मेदारी के साथ उपभोग करने (रेस्पॉन्सिबल कंजम्प्शन), पुन: प्रयोग करने (रीयूज) और जलाए जाने एवं लैंडफिल्स में फेंके जाने से बचाते हुए प्रोडक्ट्स, पैकेजिंग एवं मैटेरियल्स को रिकवर करने जैसे कदम शामिल हैं। इस प्रयास के तहत कंपनी ने न केवल सर्टिफिकेशन की शर्तों को पूरा किया है, बल्कि शर्तों से आगे जाते हुए सफलता प्राप्त की है। कंपनी ने अपने चारों कारखानों से निकलने वाले 97 प्रतिशत कचरे को लैंडफिल्स में पहुंचने एवं जलने से बचाया है।


इस सर्टिफिकेशन ने फ्लिपकार्ट को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील संस्थान के रूप में अग्रिम पंक्ति में खड़ा कर दिया है। ये सर्टिफिकेशन कंपनी की जीरो वेस्ट इनिशिएटिव्स की सफलता को दर्शाते हैं और कंपनी को रणनीतिक एवं वित्तीय रूप से जिम्मेदार संस्थान के रूप में स्थापित करते हैं। फ्लिपकार्ट एक कंपनी के रूप में अपने परिसर से निकलने वाले सभी पेपर एवं प्लास्टिक स्क्रैप के लिए सर्कुलर इकोनॉमी तैयार करने की दिशा में लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस दिशा में फ्लिपकार्ट ने अपने वेयरहाउस में ‘क्लीन कैंपस मूवमेंट’ शुरू किया है, जिससे कर्मचारियों को इस मामले में जागरूक किया जा सके। कंपनी पैकेजिंग कंजम्प्शन एवं स्क्रैप डिस्पोजल के बीच संतुलन बनाएगी और उसी स्क्रैप को नए प्रोडक्शन के दौरान कच्चे माल के रूप में प्रयोग करने के लिए सस्टेनेबल साइकिल तैयार करेगी। इस पहल से प्राकृतिक संसाधनों के प्रयोग और ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने में भी मदद मिलेगी और यह भी सुनिश्चित होगा कि कचरा लैंडफिल्स में न फेंका जाए। 13 स्थानों पर सर्कुलर इकोनॉमी की प्रकिया को शुरू किया गया है और फ्लिपकार्ट के परिचालन में निकलने वाले करीब 50 प्रतिशत पेपर स्क्रैप का इसमें प्रयोग हो रहा है।