रांची के चर्चित कोयला कारोबारी मनीष धानुका की रविवार शाम गोली लगने से मौत हो गई. उनका शव उनके आवास पर एक कमरे में पाया गया है. शव के पास उनका लाइसेंसी हथियार भी मिला है मनीष ने जान-बूझकर खुद को गोली मारी या फिर गलती से गोली लगने से उनकी मौत हुई, इसकी जांच की जा रही है. मनीष रांची शहर के गाड़ीखाना इलाके में रहते थे. गोली लगने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सूचना पाकर कोतवाली इलाके के डीएसपी प्रकाश सोय और थाना प्रभारी आदिकांत महतो पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. फॉरेंसिक टीम भी जांच के लिए बुलाई गई है।
पुलिस के अनुसार, क्राइम सीन की बारीकी से जांच की जा रही है। जिस हथियार से गोली लगी है, उसकी भी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सभी पहलुओं पर जांच के बाद ही इस संबंध में कुछ कह पाना संभव होगा. घर-परिवार के लोग घटना के बाद सदमे में हैं। स्थिति सामान्य होने पर पुलिस उनसे घटना के बारे में जानकारी लेगी. इस घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में शहर के व्यापारी और उनके परिचित आवास पर पहुंचे. हंसमुख स्वभाव वाले मनीष की उम्र करीब 40-45 वर्ष थी. उनकी मौत की खबर से उन्हें जानने वाले तमाम लोग चौंक गए हैं।
मनीष शहर के सामाजिक और व्यावसायिक संगठनों से सक्रिय रूप से जुड़े थे. रांची में जूनियर चैंबर की ओर से हर साल आयोजित किए जाने वाले शहर के सबसे बड़े औद्योगिक और व्यापारिक मेले “एक्सपो”की आयोजन समिति से भी वह लंबे समय तक जुड़े रहे थे. कई अन्य संस्थाओं में भागीदारी के कारण उनका सामाजिक दायरा बड़ा था।