मणिपाल अस्पताल की विशेषज्ञ टीम ने किया जटिल कोहनी की चोट के इलाज में अभूतपूर्व सफलता हासिल

भारत के प्रमुख और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं में से एक, मणिपाल अस्पताल सिलीगुड़ी के डॉक्टरों ने एक दुर्लभ और जटिल कोहनी की चोट से पीड़ित मरीज का सफल इलाज कर क्षेत्र की आर्थोपेडिक देखभाल में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। यह मामला इस बात को दर्शाता है कि अब अत्याधुनिक सर्जिकल विशेषज्ञता और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं सिलीगुड़ी में ही उपलब्ध हैं, जिससे मरीजों को विशेष उपचार के लिए अब महानगरों तक यात्रा नहीं करनी पड़ती। धूपगुड़ी के निवासी श्री रमेश घोष एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिससे उनकी दाहिनी कोहनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। उन्हें रेडियल हेड फ्रैक्चर, कोरोनॉइड प्रोसेस फ्रैक्चर, और एल्बो डिसलोकेशन जैसी संयुक्त चोटें आईं, जिसे चिकित्सकीय भाषा में “टेरेबल ट्रायड इंजरी” कहा जाता है। यह प्रकार की चोट बेहद जटिल होती है क्योंकि इसमें कोहनी के तीन प्रमुख ढांचों को नुकसान पहुंचता है, और यदि समय पर तथा सटीक उपचार न किया जाए तो लंबे समय तक जकड़न, अस्थिरता या गतिशीलता की हानि हो सकती है।

डॉ. पंकज कुमार, कंसल्टेंट – ऑर्थोपेडिक्स, मणिपाल अस्पताल सिलीगुड़ी के नेतृत्व में सर्जिकल टीम ने कोहनी की जटिल पुनर्निर्माण सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी की। सूक्ष्म सर्जिकल योजना, सटीक फिक्सेशन तकनीक और सावधानीपूर्वक तैयार किए गए पोस्ट-ऑपरेटिव पुनर्वास कार्यक्रम के माध्यम से मरीज ने अपेक्षा से कहीं तेज और पूर्ण स्वस्थता प्राप्त की। आज श्री घोष पूरी तरह स्वस्थ हैं और बिना किसी परेशानी के अपने दैनिक कार्य कर रहे हैं।

अपनी स्वस्थता के बारे में बात करते हुए श्री रमेश घोष ने कहा, “दुर्घटना के बाद मुझे लगा था कि शायद मैं कभी अपनी कोहनी का सामान्य उपयोग नहीं कर पाऊँगा। लेकिन डॉ. पंकज कुमार और मणिपाल अस्पताल की पूरी टीम की मेहनत और देखभाल के कारण मैं अब पूरी तरह ठीक हो गया हूँ। उनके कौशल और समर्पण ने मेरी जिंदगी फिर से सामान्य बना दी है।”

By Business Bureau