भारत बांग्लादेश सीमा निगरानी बढ़ाने से सीमावर्ती इलाकों की लोगों की बढ़ी परेशानी, नहीं कर पा रहे हैं नोमेंस लैंड इलाके में खेती

जलपाईगुड़ी (न्यूज़ एशिया)ঃ  पिछले कुछ समय से भारत के पड़ोसी बांग्लादेश में लगातार हिंसा जारी है हिंसा के कारण बड़ी संख्या में बांग्लादेशी भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं. जिनको ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने सीमा पर रेड अलर्ट घोषित कर दिया है. बीएसएफ के जवान दिन-रात सीमा की निगरानी कर रहे हैं, ताकि घुसपैठ को रोका जा सके. सीमा पर निगरानी बढ़ाने के कारण सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनके आजीविका का साधन बंद हो गया है|

 दरअसल भारत बांग्लादेश के बीच के समझौते के अनुसार नो मैंस लैंड में काफी जमीन है, यानी की बांग्लादेश में भारत की जमीन है, जहां पर भारत में रहने वाले लोग जाकर खेती करते हैं और उनसे उनकी आजीविका चलती है ,लेकिन सीमा पर निगरानी बढ़ाने के कारण वर्तमान में बीएसएफ जवानों के द्वारा खेती को बंद कर दिया गया है इससे उनके समक्ष रोजी-रोटी का बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है आपको बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच कंटीले तारों वाली सीमा है, लेकिन उस देश में लगभग 1500 बीघे ज़मीन की मालिक भारत सरकार है।

जलपाईगुड़ी के मानिकगंज के पास सतकुरा (दक्षिण बेरुबारी) इलाके के लोग उस जमीन पर चाय से लेकर धान और कई अन्य सब्जियों की खेती करके पैसा कमाते थे। हालांकि बांग्लादेश में अशांत स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, लेकिन किसान कंटीले तारों को पार करके उस देश में जाने में असमर्थ हैं। इसमें भूमि का रख-रखाव बंद हो फया है और खेती भी बंद हो गया है। एक ओर जहां चाय के पौधों की दिन-ब-दिन सफाई नहीं हो पा रही है, वहीं दूसरी ओर धान के पौधों की देखभाल भी नहीं हो रही है, साथ ही रख-रखाव के अभाव में जमीन की फसलें भी बर्बाद हो रही हैं। सीमावर्ती गांवों के किसानों को रोजी रोटी बंद होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By Sonakshi Sarkar